स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में आगरा की लंबी छलांग:देश में 85 से सीधे 10वें और प्रदेश में 12वें से दूसरे नंबर पर आया आगरा
आगरा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की रैंकिंग में आगरा ने लंबी छलांग लगाई है। स्मार्ट सिटी आगरा देश में 10वां और प्रदेश में दूसरा सबसे स्वच्छ शहर है। वर्ष 2023 की रैंकिंग में आगरा देश में 85वें और प्रदेश में 12वें नंबर पर था। ये उपलब्धि ऐसे ही हासिल नहीं हुई है। इसके लिए नगर निगम ने एढ़ी चोटी का जोर लगा दिया था।
इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में देश के 44 और प्रदेश के 8 शहर शामिल गए थे। इसमें आगरा को देश में 10वां और प्रदेश में दूसरा नंबर मिला है। आगरा नगर निगम को रैंकिंग में फाइव स्टार रेटिंग मिली है।
नगर निगम ने ये किए सुधार
वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट : अधिकांश डलाबघरों को बंद कर ट्रांसफर स्टेशन बनाए गए। कचरे को स्मार्ट तरीके से अलग-अलग किया जा रहा है। पुनर्चक्रण भी किया जा रहा है।
प्लास्टिक कचरा रिसाइकिल प्लांट: यहां प्लास्टिक कचरे को साफ कर टुकड़ों में काटा जाता है और उससे उपयोगी वस्तुएं बनाई जाती हैं।
सैनेटरी लैंडफिल का विकास: राष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किया जा रहा है। केवल गैर-रीसाइकिल योग्य कचरे का निस्तारण होगा।
प्लास्टिक कचरा रिसाइकिल प्लांट: यहां प्लास्टिक कचरे को साफ कर टुकड़ों में काटा जाता है और उससे उपयोगी वस्तुएं बनाई जाती हैं।
वेस्ट टू एनर्जी प्लांट: यह प्लांट सितंबर 2026 तक शुरू किया जाएगा। उत्तर प्रदेश का पहला वेस्ट टू एनर्जी प्लांट होगा।
कचरे के पहाड़ का निस्तारण: कुबेरपुर लैंडफिल साइट पर 20 लाख मीट्रिक टन कचरे का वैज्ञानिक निस्तारण किया गया। वहां अब हरियाली और पार्क बना है।
150 टीडीपी सीएनडी प्लांट: निर्माण कार्यों से निकले मलबे को फिर उपयोग योग्य बनाया जाता है। इससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिला।
5 आर सेंटर का निमार्ण: रिफ्यूज, रिड्यूस, रीयूज, रिपेयर, रिसाइकिल पर आधारित 5आर सेंटर बनाए गए हैं। इनमें महिलाओं को जोड़ा गया है।
15 एकड़ का ग्रीन जोन तैयार किया: कुबेरपुर में 15 एकड़ में हरी पट्टी तैयार की गई है। यह लैंडफिल साइट की हरित घेराबंदी बनेगा।