रिलिगेयर की फंडिंग योजना को मिली मंजूरी, बर्मन परिवार करेगा 750 करोड़ रुपये का निवेश
नई दिल्ली । रिलिगेयर एंटरप्राइजेज बोर्ड ने कंपनी को 1,500 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह राशि वॉरंट्स के प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट के जरिए जुटाई जाएगी। इसका उद्देश्य कंपनी के कारोबार विस्तार और रणनीतिक पहलों को गति देना है।
रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) एक वित्तीय सेवा कंपनी है जो भारत में कई तरह की सेवाएं प्रदान करती है। यह मुख्य रूप से लघु और मध्यम उद्यमों (रटए) को ऋण, किफायती आवास वित्त, स्वास्थ्य बीमा, और खुदरा ब्रोकिंग जैसी सेवाएं देती है।
इस राशि में डाबर के मालिक बर्मन परिवार की कंपनियां 750 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी, जो कुल राशि का 50 प्रतिशत है। जबकि शेष राशि हिंदुस्तान टाइम्स लिमिटेड, निवेशक आशीष धवन, जेएम फाइनेंशियल क्रेडिट सॉल्यूशंस और अन्य निवेशकों द्वारा दी जाएगी। रिलिगेयर ने कहा कि प्रवर्तकों ने 750 करोड़ रुपये का योगदान देकर कंपनी के विकास पथ के प्रति अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। इससे विभिन्न क्षेत्रों में व्यवसाय वृद्धि को समर्थन मिलेगा और रणनीतिक पहल को बढ़ावा मिलेगा।
कैसे होगा वॉरंट्स जारी ?
कंपनी 235 रुपये प्रति वॉरंट की दर से 6.38 करोड़ वॉरंट्स जारी करेगी। इनमें से प्रत्येक को 10 रुपये के एक पूर्ण भुगतान इक्विटी शेयर में परिवर्तित किया जा सकेगा। ये वॉरंट 18 महीनों के भीतर कन्वर्ट किए जा सकते हैं।
शासन और निष्पादन क्षमताएं मजबूत होंगी
आरईएल ने बताया कि हाल ही में नियुक्त किए गए प्रमोटर नामित निदेशक बीमा, रणनीति और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्रों में गहरी विशेषज्ञता रखते हैं। इससे शासन और निष्पादन क्षमताएं और मजबूत होंगी। कंपनी ने कहा कि इस पूंजी निवेश और नए नेतृत्व के साथ, आईएल अब अपने रणनीतिक फोकस को तेज करने, शासन मानकों को बढ़ाने, अपने मुख्य व्यवसायों को बढ़ाने और नए विकास के अवसरों का पीछा करने के लिए अच्छी स्थिति में है। इस फंडरेजिंग के लिए एक्सिस कैपिटल ने वित्तीय सलाहकार के रूप में कार्य किया।