घाना में पीएम मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान; राष्ट्रपति महामा ने किया सम्मानित
अक्कारा (घाना)। अफ्रीकी देशों के दौरे पर गए पीएम मोदी को घाना में ‘द आॅफिसर आॅफ द आर्डर आफ द स्टार आॅफ घाना’ से सम्मानित किया गया। राजधानी अक्करा में एक कार्यक्रम के दौरान देश के राष्ट्रपति महामा ने पीएम मोदी को सम्मानित किया।
घाना में ‘द आफिसर आफ द आर्डर आफ द स्टार आफ घाना’ से सम्मानित होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘घाना के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित होना मेरे लिए बहुत गर्व और सम्मान की बात है… मैं राष्ट्रपति महामा, घाना सरकार और घाना के लोगों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।’
बता दें कि बीते तीन दशकों में भारत के किसी प्रधानमंत्री ने पहली घाना यात्रा की है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री को यह पुरस्कार उनकी “उत्कृष्ट राजनीतिज्ञता और प्रभावशाली वैश्विक नेतृत्व” के लिए प्रदान किया गया। मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि घाना की उनकी “ऐतिहासिक” राजकीय यात्रा भारत-घाना संबंधों को नई गति प्रदान करेगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, यह भारत-घाना के बीच गहरे और दीर्घकालिक संबंधों का प्रमाण है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं 1.4 अरब भारतीयों की ओर से विनम्रतापूर्वक यह सम्मान स्वीकार करता हूं। मैं यह पुरस्कार हमारे युवाओं की आकांक्षाओं, उनके उज्ज्वल भविष्य, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं तथा भारत और घाना के बीच ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित करता हूं।’
इससे पहले पीएम मोदी ने घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के साथ बैठक की। वार्ता के बाद भारत और घाना के अधिकारियों ने दोनों देशों के बीच हुए चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति महामा और उन्होंने भारत और घाना की द्विपक्षीय साझेदारी को व्यापक बनाने का निर्णय लिया है।
घाना के राष्ट्रपति महामा के साथ वार्ता के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत घाना के राष्ट्र निर्माण की यात्रा में सिर्फ साझेदार ही नहीं बल्कि सह-यात्री भी है। उन्होंने कहा, हमने अगले पांच वर्षों में भारत-घाना व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। हम इस बात पर एकमत हैं कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है।
बता दें कि पीएम मोदी नौ जुलाई तक घाना, त्रिनिदाद-टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान छह और सात जुलाई को ब्राजील में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इससे वैश्विक दक्षिण के देशों से भारत के संबंधों को नया आयाम मिलने की उम्मीद है।
विदेश नीति को लेकर पीएम मोदी ने कहा, दोनों देश पश्चिम एशिया और यूरोप की स्थिति पर गंभीर रूप से चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि यह युद्ध का युग नहीं है, समस्याओं का समाधान बातचीत और कूटनीति से होना चाहिए।