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ईरान के ताजा हमले में तेल अवीव में पांच की मौत; इस्राइल की धमकी- तेहरान के लोग कीमत चुकाएंगे

तेहरान । इस्राइल की सेना ने सोमवार को बताया कि ईरान ने 100 से ज्यादा ड्रोन्स से इस्राइल पर हमला किया था, लेकिन इस्राइल के एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें इंटरसेप्ट कर लिया। आईडीएफ ने बताया कि ईरान द्वारा पूरे इस्राइल में हमले किए जा रहे हैं। दक्षिणी गाजा से भी इस्राइल पर हमला किया गया। इस्राइली सेना ने भी हमले में ईरान के मशहद एयरपोर्ट पर एक विमान को मार गिराया। यह इलाका इस्राइल से करीब 2300 किलोमीटर दूर है। यह इस्राइल द्वारा आॅपरेशन राइजिंग लॉयन शुरू होने केबाद सबसे ज्यादा दूरी तक किया गया हमला है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा के दक्षिणी हिस्से में खाद्य वितरण केंद्रों के आसपास हुई गोलीबारी में 38 फलस्तीनियों की मौत हो गई है। आज हुई गोलीबारी अब तक की सबसे घातक घटना है। हजारों फलस्तीनी खाद्य केंद्रों तक पहुंचने के लिए इस्राइली सेना द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों से गुजर रहे थे। चश्मदीदों के मुताबिक, इस्राइली सैनियो ने भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में गोलियां चलाईं।
इधर, इस्राइली सेना ने सोमवार को यह दावा किया कि उसने ईरान की राजधानी तेहरान पर हवाई बढ़त हासिल कर ली है। सेना का कहना है कि उसने ईरान की वायु रक्षा और मिसाइल प्रणालियों को इस हद तक कमजोर कर दिया है कि अब इस्राइल के विमान तेहरान के ऊपर बिना किसी बड़े खतरे के उड़ान भर सकते हैं। इस्राइल का कहना है कि अब वह पश्चिमी ईरान से लेकर तेहरान तक आसमान पर नियंत्रण रखता है।
ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ईरानी संसद एक ऐसा विधेयक तैयार कर रही है, जिससे ईरान परमाणु अप्रसार संधि से बाहर निकल जाएगा। ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश परमाणु हथियार विकसित नहीं करना चाहता, लेकिन परमाणु ऊर्जा हासिल करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करेगा।
इस्राइल-ईरान संघर्ष से पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में ईंधन का संकट हो गया है। दरअसल ईरान और बलूचिस्तान की सीमा लगती है। इसके चलते बलूचिस्तान के पेट्रोल पंप ईरान से तस्करी होकर आने वाले तेल पर निर्भर होते हैं। अब चूंकि ईरान, इस्राइल के साथ संघर्ष में फंसा है तो बलूचिस्तान में अधिकतर पेट्रोल पंप बंद होने शुरू हो गए हैं। इससे बलूचिस्तान के लोग काफी परेशान हैं। ईरान से आने वाला तेल बलूचिस्तान के लोगों को सस्ता पड़ता है। यही वजह है कि ईरान के तेल पर चलने वाले पेट्रोल पंप की संख्या ज्यादा है। खासकर ईरान से लगती ब्लूचिस्तान की सीमा पर स्थित जिले जैसे तुरबत, ग्वादर, पंजगुर, चगई, वाशुक और मशकैल में सबसे ज्यादा परेशानी का माहौल है। ईंधन के साथ ही बलूचिस्तान में खाने का सामान और खाद्य तेल भी आता है। इसकी भी कमी देखी जा रही है।

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