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ब्याज दरों में कटौती से एफपीआई का रुख बदला, लेकिन भू-राजनीतिक तनाव ने फिर बढ़ाई चिंता

नई दिल्ली । ब्याज दरों में कटौती के बाद विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों में 3,346.94 करोड़ रुपये डाले हैं। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) ने यह जानकारी दी। भारतीय रिजर्व बैंक ने 6 जून को ब्याज दरों में 50 आधार अंक की कटौती करने का फैसला किया। इस घोषणा ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) को भारतीय बाजारों की तरफ आकर्षित किया।
9 जून से 13 जून तक सप्ताह के पहले तीन कारोबारी सत्रों में एफपीआई का मजबूत प्रवाह हुआ। हालांकि, सप्ताह के अंत में इस्राइल-ईरान के बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को चिंता में डाला। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को एफपीआई ने भारतीय बाजारों से 3,275.76 करोड़ रुपये निकाले। इस बड़ी बिकवाली के कारण सप्ताह के लिए शुद्ध निवेश का आंकड़ा घटकर 3,346.94 करोड़ रुपये रह गया।
सप्ताह के दौरान सकारात्मक प्रवाह के बावजूद, जून के लिए कुल मिलाकर एफपीआई निवेश की प्रवृत्ति नकारात्मक बनी हुई है। एनएसडीएल की आंकड़ों के अनुसार, जून में अब तक विदेशी निवेशकों ने भारतीय इक्विटी बाजारों से 5,402 करोड़ रुपये निकाले हैं।
इससे पहले मई में शुद्ध एफपीआई प्रवाह सकारात्मक रहा और 19,860 करोड़ रुपये रहा। इससे विदेशी निवेश के मामले में मई इस साल अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला महीना बन गया। पिछले महीनों के आकंड़ों से यह भी पता चला कि एफपीआई ने मार्च में 3,973 करोड़ रुपये निकाले, जनवरी में 78,027 करोड़ रुपये निकाले और 34,574 करोड़ रुपये के शेयरे बेचे थे।

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