जाधव केस में ड्राफ्ट तैयार करने के लिए थरूर से मदद लेने की खबरें गलत: सुषमा
नई दिल्ली.सुषमा स्वराज ने बुधवार को उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें यह कहा गया कि उन्होंने कुलभूषण जाधव मामले पर ड्राफ्ट तैयार करने के लिए कांग्रेस नेता शशि थरूर से मदद मांगी थी। सुषमा ने ट्वीट कर इन खबरों को बेबुनियाद बताया है। बता दें कि दो दिन पहले भारत के पूर्व नेवल अफसर रहे कुलभूषण जाधव (46) को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाई गई है। सुषमा स्वराज ने संसद में कहा कि वह जाधव को वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश करेंगी।
सुषमा ने कहा- मेरी मिनिस्ट्री में काबिल लोगों की कमी नहीं है…
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुलभूषण जाधव मामले पर एकजुटता दिखाने वाले ड्राफ्ट को तैयार करने में शशि थरूर मोदी सरकार की मदद करेंगे। यह स्टेटमेंट दोनों सदनों में रखा जाएगा। ड्राफ्ट को तैयार कर लेने और सदन में रखने के पहले इसे पीएमओ भेजा जाएगा।
– सुषमा स्वराज ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा- “यह खबर पूरी तरह से गलत है। इसे मीडिया ने प्लान्ट किया है।”
– दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा- “उनकी मिनिस्ट्री में टैलेंट की कमी नहीं है। मेरे पास काबिल सेक्रेटरीज हैं।”
मीडिया में क्या खबरें आई थीं
– मंगलवार शाम से मीडिया में इस तरह की खबर आ रही थीं कि सुषमा ने जाधव के मामले पर एक ड्राफ्ट तैयार करने में शशि थरूर से मदद मांगी थी। बाद में इस ड्राफ्ट को दोनों सदनों में रखा जाएगा। सुषमा की इस पहल के बाद थरूर ने पहले लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे से बात की थी। इसके बाद वे सुषमा की मदद करने के लिए तैयार हुए।
– थरूर ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि ये एक ऐसा मामला है जो हम सभी पर असर डालता है।
– जब मल्लिकार्जुन खड़गे से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनके और थरूर के बीच इस मामले पर संसद में जरूर चर्चा हुई थी, लेकिन थरूर और स्वराज के बीच क्या बात हुई, इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वैचारिक और राजनीतिक मतभेद के बावजूद ये देखा गया है कि मोदी और शशि थरूर एक-दूसरे को पसंद करते हैं और पहले भी कई मुद्दों पर मोदी थरूर की मदद ले चुके हैं।
क्या है कुलभूषण जाधव का मामला?
– पाक आर्मी ने वहां की जेल में बंद भारतीय अफसर कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई है। पाक ने आरोप लगाया था कि जाधव भारतीय जासूस है।
– पाक मिलिट्री के अफसर मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया था कि पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत जाधव का फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (FGCM) किया गया और फांसी की सजा सुनाई गई।
– इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित को तलब किया। उन्हें डिमार्शे (डिप्लोमैटिक डिमांड लेटर) सौंपा। इसमें कहा गया- अगर सजा पर अमल होता है तो ये कानून के बुनियादी नियमों के खिलाफ होगा। इसे सोचा-समझा कत्ल कहा जाएगा।
– डिमार्शे में आगे कहा गया- ये ध्यान रखा जाना चाहिए कि पाकिस्तान में इंडियन हाई कमीशन को ये बताने की जरूरत भी नहीं समझी गई कि कुलभूषण पर केस चल रहा है। भारत के लोग और सरकार इसे सोचा-समझा कत्ल ही मानेंगे।
– वहीं, पाकिस्तान ने कहा है कि कुलभूषण जाधव को सुनाई गई फांसी की सजा के खिलाफ 60 दिन के अंदर अपील की जा सकती है।
– पाक आर्मी ने वहां की जेल में बंद भारतीय अफसर कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई है। पाक ने आरोप लगाया था कि जाधव भारतीय जासूस है।
– पाक मिलिट्री के अफसर मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया था कि पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत जाधव का फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (FGCM) किया गया और फांसी की सजा सुनाई गई।
– इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित को तलब किया। उन्हें डिमार्शे (डिप्लोमैटिक डिमांड लेटर) सौंपा। इसमें कहा गया- अगर सजा पर अमल होता है तो ये कानून के बुनियादी नियमों के खिलाफ होगा। इसे सोचा-समझा कत्ल कहा जाएगा।
– डिमार्शे में आगे कहा गया- ये ध्यान रखा जाना चाहिए कि पाकिस्तान में इंडियन हाई कमीशन को ये बताने की जरूरत भी नहीं समझी गई कि कुलभूषण पर केस चल रहा है। भारत के लोग और सरकार इसे सोचा-समझा कत्ल ही मानेंगे।
– वहीं, पाकिस्तान ने कहा है कि कुलभूषण जाधव को सुनाई गई फांसी की सजा के खिलाफ 60 दिन के अंदर अपील की जा सकती है।
क्या बोले सुषमा-राजनाथ?
– राज्यसभा में लीडर ऑफ अपोजिशन गुलाम नबी आजाद ने कहा, “हम सरकार के साथ हैं। जाधव को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का अच्छे से अच्छा वकील किया जाना चाहिए।”
– इस पर सुषमा ने कहा, “ये पक्ष-विपक्ष का मसला नहीं है। मैं गुलाम नबी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि वे इस मसले पर सरकार के साथ हैं। हिंदुस्तान के इस बेटे को बचाने के लिए अच्छा वकील खड़ा करना तो छोटी बात है, हम राष्ट्रपति तक भी बात करेंगे।”
– “पाक ने जाधव को जो सजा सुनाई है, वो सोचा-समझा मर्डर है। उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। सरकार आउट ऑफ द वे जाकर मदद करेगी। अगर जाधव को फांसी होती है तो पाकिस्तान को गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। इसका असर बाइलेटरल रिलेशन पर भी पड़ेगा।”
– राजनाथ सिंह ने कहा, “कुलभूषण के पास वैलिड भारतीय वीजा मिला था। ऐसी स्थिति में वह जासूस कैसे हो सकता है? उसे बचाने के लिए जो बन पड़ेगा, वो सरकार करेगी। मैं आश्वस्त करता हूं कि उसके साथ अन्याय नहीं होगा। जाधव बहुत पहले ही नेवी छोड़ चुका था। उसका बिजनेस था। इसी सिलसिले में वह ईरान के चाबहार आया-जाया करता था। वहां से उसे अगवा किया और बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया हुआ दिखाया गया।”
– राज्यसभा में लीडर ऑफ अपोजिशन गुलाम नबी आजाद ने कहा, “हम सरकार के साथ हैं। जाधव को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का अच्छे से अच्छा वकील किया जाना चाहिए।”
– इस पर सुषमा ने कहा, “ये पक्ष-विपक्ष का मसला नहीं है। मैं गुलाम नबी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि वे इस मसले पर सरकार के साथ हैं। हिंदुस्तान के इस बेटे को बचाने के लिए अच्छा वकील खड़ा करना तो छोटी बात है, हम राष्ट्रपति तक भी बात करेंगे।”
– “पाक ने जाधव को जो सजा सुनाई है, वो सोचा-समझा मर्डर है। उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। सरकार आउट ऑफ द वे जाकर मदद करेगी। अगर जाधव को फांसी होती है तो पाकिस्तान को गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। इसका असर बाइलेटरल रिलेशन पर भी पड़ेगा।”
– राजनाथ सिंह ने कहा, “कुलभूषण के पास वैलिड भारतीय वीजा मिला था। ऐसी स्थिति में वह जासूस कैसे हो सकता है? उसे बचाने के लिए जो बन पड़ेगा, वो सरकार करेगी। मैं आश्वस्त करता हूं कि उसके साथ अन्याय नहीं होगा। जाधव बहुत पहले ही नेवी छोड़ चुका था। उसका बिजनेस था। इसी सिलसिले में वह ईरान के चाबहार आया-जाया करता था। वहां से उसे अगवा किया और बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया हुआ दिखाया गया।”