यंग लोगों को हो सकती है ये गंभीर बीमारी, जानें 8 संकेत
हाल ही में द नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के जर्नल में पब्लिश एक स्टडी में यह साबित हुआ है कि यंग लोगों में कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। पहले यह माना जाता था कि कोलोरेक्टल कैंसर 50 साल की उम्र के ऊपर के लोगों को होता है। लेकिन अब यह 20 साल के आसपास की उम्र वाले यंग लोगों को भी होने लगा है। किसे कहते हैं कोलोरेक्टल कैंसर…
कोलोरेक्टल कैंसर को बड़ी आंत का कैंसर भी कहते हैं। ये कैंसर बड़ी आंत (कोलोन) या रेक्टम (गैस्ट्रो इंटस्टाइनल का अंतिम भाग) में होता है। दुनियाभर में कैंसर की तेजी से फैल रही यह तीसरी किस्म है। इस कैंसर की शिकायत होने पर पेट से जुड़ी प्रॉब्लम्स जैसे इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, बवासीर और कब्ज की समस्या होती हैं।
देर करने पर बढ़ेगी प्रॉब्लम
ज्यादातर लोग इस कैंसर के शुरुआती संकेतों को इग्नोर करने की गलती करते हैं। ऐसे में प्रॉब्लम बढ़ जाने पर इलाज काफी मुश्किल हो जाता है। जबकि वक्त रहते इस कैंसर का इलाज शुरू होने पर इसे आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। गुड़गांव स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के कैंसर स्पेशलिस्ट और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. वेदांत काबराबता रहे हैं कोलोरेक्टल कैंसर के 8 संकेतों के बारे में।