पाकिस्तान की हवा ने बदला भारत का मौसम:5 दिन तक यलो अलर्ट पर उत्तर भारत के 7 राज्य, बारिश और ओले गिरने की संभावना
पाकिस्तान में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन से भारत के उत्तरी राज्यों के मौसम में जबरदस्त बदलाव आया है, जिसके कारण मार्च के महीने भी यहां बारिश और ओले गिरने की संभावना बन गई है।
वहीं, उत्तर भारत में भी एक वेर्स्टन डिर्स्टबेंस एक्टिव हो रहा है। इसलिए मंगलवार शाम से ही उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीगढ़, हिमाचल प्रदेश और बिहार राज्यों में आंधी, तूफान और बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं।
राजस्थान के पूर्वी हिस्से में गरज-चमक के साथ कल हुई बारिश से मौसम बदल गया। मौसम के इस बदलाव से शहरों में दिन और रात में तापमान में मामूली गिरावट हुई। अगले तीन दिन के लिए भी राजस्थान के कई शहरों के लिए विभाग ने हल्की से तेज बारिश और ओले गिरने का अलर्ट जारी किया है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक इस सिस्टम का असर 19 मार्च तक राजस्थान में रहने की संभावना है।
मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। 16 से 20 मार्च के बीच प्रदेशभर में तेज बारिश, ओले गिरने और तेज आंधी चलने की आशंका है। इस कारण शाजापुर, उज्जैन, विदिशा, नर्मदापुरम, हरदा, सीहोर समेत कई जिलों में किसान गेहूं की फसल पहले ही कटवाकर सुरक्षित रख रहे हैं। प्रदेशभर में बिगड़े मौसम के मिजाज की वजह से दिन के तापमान में 2.8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है।
मौसम विभाग ने यूपी के 14 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। लखनऊ में बादल छाए रहने के साथ बारिश की संभावना है। झांसी में सुबह से बादल छाए हैं। बुधवार को 37°C के साथ प्रयागराज और झांसी प्रदेश में सबसे ज्यादा गर्म रहे हैं। वहीं, 13.5°C के साथ मुजफ्फरनगर सबसे ठंडा शहर रिकॉर्ड किया गया है।
प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव होने की चेतावनी के बीच बुधवार शाम के वक्त कांगड़ा में ओलावृष्टि और शिमला में हल्की बारिश हुई। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने कल से अगले 4 दिन तक कुछ शहरों में ओलावृष्टि होने का येलो अलर्ट जारी किया। यह चेतावनी किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर सभी 10 जिलों को दी गई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आगामी 5 दिनों तक आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है। 18 मार्च तक अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ मध्यम बारिश हो सकती है। सूरत शहर में सोमवार को दोपहर से लेकर देर रात तक हुई झमाझम बारिश ने पिछले 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। साथ ही गुजरात में किसानों को बरसात के दिनों में खाद और दवा का छिड़काव नहीं करने की सलाह किसानों को दी गई है।