
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के तहत एकवर्षीय पीजी पाठ्यक्रम के संचालन के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। विवि प्रशासन ने कला संकाय अध्यक्ष प्रो. अरविंद अवस्थी की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है।
कुलसचिव संजय मेधावी की ओर से जारी आदेश के अनुसार, इस समिति में प्रो. पूनम टंडन, प्रो. विभूति राय, प्रो. अमिता बाजपेयी, प्रो. गीतांजलि मिश्रा, प्रो. बिमल जायसवाल, प्रो. राकेश चंद्रा, डॉ. मंजुला उपाध्याय और डॉ. देवेंद्र कुमार सिंह को शामिल किया गया है। नई शिक्षा नीति के तहत चार साल का स्नातक करने के बाद परास्नातक की डिग्री अगले एक साल में मिल जाएगी। लविवि देशभर में सबसे पहले नई शिक्षा नीति लागू करने वाला विश्वविद्यालय बना है। इसके तहत चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों की शुरुआत हो गई है। अब इसके परास्नातक पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है।
आईक्यूएसी का गठन
लविवि में इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल के नए सदस्यों की घोषणा कर दी है। कुलपति प्रो. आलोक राय की अध्यक्षता वाली इस समिति में सदस्य के रूप में कुलसचिव प्रशासनिक अधिकारी के रूप में होंगे। साथ ही प्रो. विनीता कोचर, प्रो. सत्येंद्र पाल सिंह, प्रो. विजय कुमार राय, डॉ. उर्वशी सिरोही, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. राजेश करवार, डॉ. आकांक्षा सिंह, डॉ. ऋषिकांत, प्रो. अश्विनी कुमार, मनमोहन राय, विनम्र अग्रवाल और निदेशक के रूप में प्रो. संगीता साहू आईक्यूएसी में शामिल हैं।