US के जनरल से ज्यादा सैलरी पाएंगे भारत के आर्मी चीफ, इस वजह से होगा इजाफा
नई दिल्ली.भारत में पहली बार आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के चीफ की सैलरी में खासी बढ़ोतरी हो सकती है। अगर 7th पे कमीशन की रिकमंडेशन लागू हो जाती है तो वे यूएस के अपने काउंटरपार्ट्स से ज्यादा सैलरी पाने वाले हो जाएंगे। भारत के चीफ्स की सैलरी अभी कैबिनेट सेक्रेटरी के बराबर होती है…
– डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (IDSA) के मुताबिक, 7th पे कमीशन की रिकमंडेशन लागू होने के बाद भारत की तीनों सेनाओं के चीफ्स सैलरी के मामले में यूके, यूएस के अपने काउंटरपार्ट्स से आगे निकल जाएंगे।
– सैलरी का असेसमेंट परचेजिंग पावर पैरिटी (PPP) के बेस पर किया जाता है।
– फिलहाल भारत में सेनाओं के चीफ्स की सैलरी कैबिनेट सेक्रेटरी 1 लाख 40 हजार 250 डॉलर/इयर (करीब 93 लाख 43 हजार रु.) के बराबर है।
– यूएस में आर्मी चीफ की सैलरी 1 लाख 81 हजार 500 डॉलर/इयर (करीब 1 करोड़ 20 लाख रुपए) है।
– वहीं ब्रिटेन के चीफ्स की सैलरी 2 लाख 69 हजार 868 डॉलर (करीब 1 करोड़ 79 लाख रु.) है।
– सैलरी का असेसमेंट परचेजिंग पावर पैरिटी (PPP) के बेस पर किया जाता है।
– फिलहाल भारत में सेनाओं के चीफ्स की सैलरी कैबिनेट सेक्रेटरी 1 लाख 40 हजार 250 डॉलर/इयर (करीब 93 लाख 43 हजार रु.) के बराबर है।
– यूएस में आर्मी चीफ की सैलरी 1 लाख 81 हजार 500 डॉलर/इयर (करीब 1 करोड़ 20 लाख रुपए) है।
– वहीं ब्रिटेन के चीफ्स की सैलरी 2 लाख 69 हजार 868 डॉलर (करीब 1 करोड़ 79 लाख रु.) है।
इतनी बढ़ जाएगी सैलरी
– 7th पे कमीशन लागू होने के बाद इंडियन आर्मी चीफ को हर साल 1 लाख 89 हजार 482 डॉलर (करीब 1 करोड़ 26 लाख रु.) सैलरी मिलने लगेगी। ये यूएस के उनके काउंटरपार्ट से 8 हजार डॉलर (5.32 लाख रु.) ज्यादा है।
– सिविल अफसरों की सैलरी में भी खासा इजाफा होगा।
– बता दें कि भारत में एनुअल पर कैपिटा इनकम 5 हजार 833 डॉलर है जबकि यूएस में यह 54 हजार 630 डॉलर और यूके में 39 हजार 137 डॉलर है।
– सिविल अफसरों की सैलरी में भी खासा इजाफा होगा।
– बता दें कि भारत में एनुअल पर कैपिटा इनकम 5 हजार 833 डॉलर है जबकि यूएस में यह 54 हजार 630 डॉलर और यूके में 39 हजार 137 डॉलर है।
क्या है पीपीपी फैक्टर?
– दुनिया भर में परचेजिंग पावर पैरिटी (खरीदने की कैपेसिटी) के आधार पर इनकम लेवल तय होता है।
– इससे ये देखा जाता है कि मिलने वाली सैलरी से आप घरेलू बाजार से कितनी संख्या में चीजें और सर्विसेज पा सकते हैं।
– इससे ये देखा जाता है कि मिलने वाली सैलरी से आप घरेलू बाजार से कितनी संख्या में चीजें और सर्विसेज पा सकते हैं।
पहले भी बेहतर रही है स्थिति
– IDSA के मुताबिक, 6th पे कमीशन के दौरान भारतीय सेना के अफसरों और जेसीओ (जूनियर कमीशंड अफसर) का पे स्केल और फैसिलिटीज यूके-यूएस जैसी कही जा सकती हैं।
– जबकि यूके-यूएस में पर कैपिटा इनकम भारत की तुलना में कहीं ज्यादा है।
– जबकि यूके-यूएस में पर कैपिटा इनकम भारत की तुलना में कहीं ज्यादा है।
क्या है IDSA?
– IDSA को एक तरह से डिफेंस मिनिस्ट्री का थिंक टैंक कहा जा सकता है।
– यह एक सरकारी फंड से चलने वाला ये एक ऑटोनॉमस इंस्टीट्यूशन है।
– इसका काम मिलिट्री और उसके अफसरों की सैलरी, फैसिलिटी की स्टडी करना है।
– यह एक सरकारी फंड से चलने वाला ये एक ऑटोनॉमस इंस्टीट्यूशन है।
– इसका काम मिलिट्री और उसके अफसरों की सैलरी, फैसिलिटी की स्टडी करना है।