पहले लिया विश्वास में और फिर नगर निगम चालक ने एेसे दिया धोखा

जोधपुर

रहवासीय मकान का पट्टा व लीज डीड बनाने के लिए एक व्यक्ति से 3.35 लाख रुपए और कार सर्विस सेंटर में साझेदारी के नाम पर सात लाख रुपए एेंठने का मामला सामने आया है। पीडि़त ने नगर निगम में चालक, उसके पुत्र तथा भतीजे पर आरोप लगाते हुए पुलिस महानिदेशक मनोज भट्ट के नाम परिवाद भेजकर कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

सूरसागर में जयनारायण व्यास कॉलोनी निवासी नंदकिशोर व्यास ने परिवाद में बताया कि उसने वर्ष 2014 में कॉलोनी में एक मकान खरीदा था। इसकी लीज डीड व पट्टा बनाने के लिए वह नगर निगम कार्यालय गया, जहां उसकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई। जिसने खुद को नगर निगम में चालक बताया।

उसने प्रतापनगर में अपने कार सर्विस सेंटर बुलाया, जहां उसका पुत्र व भतीजा भी था। मकान का पट्टा बनवाने के लिए चालक ने नंदकिशोर से नब्बे हजार तथा मकान के दस्तावेज ले लिए।

इतना ही नहीं चालक ने अपने सर्विस सेंटर में बराबरी की हिस्सेदारी का प्रस्ताव भी दिया। लालच में आकर उसने सात लाख रुपए और उसे दे दिए। तब चालक ने सर्विस सेंटर का नाम बदल बोर्ड पर उसके मोबाइल नम्बर भी लिखवा दिए।

आरोप है कि जुलाई 2015 में पट्टा तैयार होने तथा उसे प्राप्त करने की एवज में पांच चेक से 1.40 लाख रुपए चालक के पुत्र के खाते में जमा कराए। अगस्त में उससे 85 हजार पांच सौ रुपए और वसूल लिए गए। गत वर्ष अप्रेल में निजी आवश्यकता होने पर चालक से उसने दो लाख रुपए बतौर उधार लिए। इसके बाद अक्टूबर में आरोपी ने सर्विस सेंटर का नक्शा ही बदल दिया और उसकी हिस्सेदारी न होने से इनकार कर दिया। फिलहाल इस संबंध में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।