क्या है तोशाखाना मामला?: इमरान खान-बुशरा बीबी को 17 साल की सजा

रावलपिंडी । पाकिस्तान की एक विशेष अदालत ने शनिवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को तोशाखाना मामले में 17 साल की जेल की सजा सुनाई है। यह केस सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन-सलमान की तरफ से तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे इमरान को बुलगारी का महंगा ज्वैलरी सेट तोहफे में देने से जुड़ा है। आरोप है कि इमरान ने यह आभूषण सरकारी खजाने से बेहद कम कीमत में खरीद लिया था।
बताया गया है कि यह आदेश संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) की विशेष अदालत के जज ने रावलपिंडी स्थित अदियाला जेल में सुनवाई के दौरान दिया। मौजूदा समय में इमरान खान इसी जेल में बंद हैं। इमरान खान को मामले में कुल 17 साल की सजा हुई है। उन्हें अपराध और भ्रष्टाचार से जुड़ी अलग-अलग धाराओं में 10 साल और सात साल की कुल सजा दी गई है, जो कि कुल मिलाकर 17 साल की जेल की सजा है। इसी तरह की सजा इमरान की पत्नी बुशरा बीबी को भी दी गई है। इसके अलावा उन पर कुल 1.6 करोड़ रुपये का जुमार्ना भी लगाया गया है, जिसे न चुकाने पर जेल की सजा और बढ़ाई जा सकती है।
चौंकाने वाली बात यह है कि इमरान को इससे पहले तोशाखाना से जुड़े अन्य मामलों में तीन से लेकर 14 साल तक की जेल की सजा हो चुकी है, जबकि कुछ और मामले भी उन पर जारी हैं। ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर तोशाखाना मामला क्या है? इसमें अब तक क्या-क्या हुआ है? इमरान आगे क्या करेंगे?
पाकिस्तान के कानून के अनुसार किसी विदेशी राज्य के गणमान्य व्यक्तियों से प्राप्त कोई भी उपहार स्टेट डिपॉजिटरी यानी तोशाखाना में रखना होता है। अगर राज्य का मुखिया उपहार को अपने पास रखना चाहता है तो उसके लिए उसे इसके मूल्य के बराबर राशि का भुगतान करना होगा। यह एक नीलामी की प्रक्रिया के जरिए तय किया जाता है। ये उपहार या तो तोशाखाना में जमा रहते हैं या नीलाम किए जा सकते हैं और इसके माध्यम से अर्जित धन को राष्ट्रीय खजाने में जमा किया जाता है।
कहानी इमरान के प्रधानमंत्री रहते हुए शुरू हुई थी। 2018 में सत्ता में आए इमरान खान को आधिकारिक यात्राओं के दौरान करीब 14 करोड़ रुपये के 58 उपहार मिले थे। इन महंगे उपहारों को तोशाखाना में जमा किया गया था। बाद में इमरान खान ने इन्हें तोशखाने से सस्ते दाम पर खरीद लिया और फिर महंगे दाम पर बाजार में बेच दिया। इस पूरी प्रक्रिया के लिए उन्होंने सरकारी कानून में बदलाव भी किए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इमरान ने 2.15 करोड़ रुपये में इन गिफ्ट्स को तोशखाने से खरीदा था और इन्हें बेचकर 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा कमा लिया। इन गिफ्टस में एक ग्राफ घड़ी, कफलिंक का एक जोड़ा, एक महंगा पेन, एक अंगूठी और चार रोलेक्स घड़ियां भी थीं।




