एडिशनल कमिश्नर से 50 लाख की रंगदारी:बोलीं-लगातार कॉल पर जान से मारने की मिल रही धमकियां

आगरा । आगरा में एडिशनल कमिश्नर निवेदिता सिंह को अमजन ट्रांसपोर्ट पर कार्रवाई की। उन्होंने कर चोरी करने पर जुमार्ना लगाया था। इसके बाद ट्रांसपोर्ट के ओनर असगर अली के बेटे अजमल अली उर्फ छोटू ने सहायक राज्यकर अधिकारी को फोन कर जान से मारने की धमकी दी है।
छोटू शाहगंज थाने में नामजद हिस्ट्रीशीटर है। और उस पर कई मुकदमे दर्ज है। पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार कर एक बार छोटू को जेल भी भेज चुकी है।
सहायक राज्यकर अधिकारी निवेदिता सिंह ने बताया-कुछ दिन पहले अमजन ट्रांसपोर्ट पर कर चोरी के मामले में कार्रवाई की थी। इसके कुछ दिन बाद ओनर कार्यालय में आए और कर भरने की बात कह कर चले गए। लेकिन कुछ दिन बाद उनके पुत्र छोटू के नाम से कॉल आया था।
उसने कॉल पर मुझसे कर भरने की बात कहीं। और न भरने पर जान से मारने की धमकी दी है। कई नंबर से कॉल आ चुके है। और लगातार धमकियां मिल रही है। जिसके कारण मुझे अपने कार्यालय में काम करने भी दिक्कत हो रही है। और में कई दिनों से डिप्रेशन में हूं। मेरी जान को खतरा है।
निवेदिता सिंह ने हरीपर्वत थाने में रंगदारी, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी और सरकारी कार्य में बाधा का मुकदमा लिखाया है। आरोप लगाया है कि अजमन ट्रांसपोर्ट के असगर अली ने फर्जी शिकायत की है। शिकायत वापस लेने के एवज में 50 लाख रुपए मांग रहे हैं। वहीं आरोपित पक्ष ने अधिकारी के खिलाफ अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए अपर आयुक्त राज्यकर से शिकायत की है।
निवेदिता सिंह ने हरीपर्वत थाने में तीन दिसंबर को मुकदमा दर्ज कराया। इसमें आरोप लगाया कि असगर अली, रवि मोहन उर्फ डब्बू, छोटे व कुछ अज्ञात लोग उन्हें लगातार धमकियां दे रहे हैं। उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।
पूर्व में उन्होंने अजमन ट्रांसपोर्ट की गाड़ियों पर कर चोरी पकड़ी थी। जुमार्ना लगाया। इससे ही आरोपित खफा हैं। जुमार्ने की रकम उनसे मांग रहे हैं। फर्जी शिकायतें करके जांच खुलवाने की धमकी देते हैं। खुद को हिस्ट्रीशीटर बताते हैं। पुलिस ने मुकदमे के बाद जांच शुरू कर दी है।
वहीं मेवाती गली, सीओडी कालोनी भोगीपुरा निवासी असगर अली ने अपर आयुक्त राज्यकर से निवेदिता सिंह की लिखित शिकायत की है। शिकायत में अधिकारी पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है। शिकायत में गाड़ी नंबर भी खोले हैं।
आरोप लगाया है कि 306000 का अर्थदंड गलत तरीके से लगाया गया। शिकायत में गाड़ी में मौजूद सामान का उल्लेख भी है। इस मामले में पुलिस और विभाग दोनों छानबीन कर रहे हैं।




