आगरा में चंगाई सभा के बहाने धर्मांतरण रैकेट:घर में मिलीं बाइबल

आगरा। आगरा में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने धर्मांतरण रैकेट का खुलासा किया। यहां हर रविवार को चंगाई सभा के नाम पर लोगों को बुलाया जाता था और फिर बीमारी ठीक करने, नौकरी दिलाने और बच्चों को मिशनरी स्कूल में प्रवेश दिलाने का लालच दिया जाता था।
यह पूरी जानकारी उस महिला ने दी, जो खुद इसी रैकेट से जुड़े व्यक्ति की रिश्तेदार है। महिला लंबे समय से घरेलू हिंसा का शिकार थी और पति, ननदोई पर आरोप लगाती रही थी। आखिरकार उसने विश्व हिंदू परिषद से संपर्क कर पूरा मामला खोल दिया। मामला रविवार को आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-7 का है।
धर्मांतरण की सूचना देने वाली महिला का संबंध उसी परिवार से है, जिसके घर पर यह रैकेट चलता था। पुलिस ने जिस व्यक्ति डेविड को पकड़ा है, वह महिला का ननदोई है। महिला ने बताया कि उसकी 2023 में शादी हुई थी और तभी से उसका पति उस पर अत्याचार करता था।
उसने कहा- मैं प्रेग्नेंट थी, फिर भी घर से निकाल दिया। मेरी ज्वैलरी रख ली। डेढ़ महीने पहले समझौते के नाम पर वापस बुलाया, लेकिन फिर से मारपीट की। परिवार में कई लोग धर्मांतरण कराने का काम करते हैं और लगातार जगह बदलते रहते हैं।




