मथुरा में लॉटरी के नाम पर करोड़ों का खेल:9 के खिलाफ दर्ज हुआ मुकद्दमा

मथुरा । मथुरा में एक हफ्ते पहले संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हुए व्यापारी की नाटकीय अंदाज में हुई वापसी के बाद लॉटरी के नाम पर चल रहे करोड़ों रुपए हड़पने के मामले का खुलासा हुआ।
3 दिन गायब रहने वाले व्यापारी ने वापस लौटने पर खुलासा किया कि वह लॉटरी चलाने वाले एक डॉक्टर के डर से गायब हो गया था।
यह मामला सामने आने के बाद डॉक्टर से पीड़ित अन्य व्यापारी सामने आए और शहर कोतवाली में मुख्य आरोपी के अलावा सपा नेता सहित 9 लोगों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करा दिया।
मथुरा के जनरल गंज इलाके का रहने वाला डॉक्टर अनुराग वैद्य पिछले 10 सालों से यह लॉटरी चला रहा है। लॉटरी डालने के नाम पर उसने व्यापारी वर्ग में अपना विश्वास हासिल किया हुआ है।
बताया जाता है कि वह एक एक करोड़ तक की लॉटरी डालता है। डॉक्टर अनुराग वैद्य ने पिछले कुछ समय से लोगों द्वारा डाली गई लॉटरी के रुपए वापस नहीं किए। इसके साथ ही कुछ प्लॉट की भी बुकिंग की। उनके भी रुपए वापस नहीं किए।
मथुरा में करोड़ों रुपए की हेरा फेरी का यह मामला इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। शहर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले डॉ अनुराग अग्रवाल वैद्य पर आरोप है कि उसके द्वारा कमेटी के नाम पर एक दर्जन से अधिक लोगों के साथ करोड़ों रुपए की हेराफेरी की गई। अब इस संबंध में राहुल बंसल और मनीष अग्रवाल द्वारा कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
शहर कोतवाली में दर्ज में बीएनएस की धारा 352, 351(2), 308(2), 316(2) और 61(2) के तहत अनुराग वैद्य, उसकी पत्नी निहारिका अग्रवाल, मथुरा वृंदावन विधानसभा क्षेत्र से सपा के घोषित प्रत्याशी अनिल अग्रवाल, साहिल, योगेश, प्रमोद वाल्मीकि, आकाश वाल्मीकि, सिद्धार्थ अग्रवाल व अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है।
राहुल बंसल और मनीष अग्रवाल का आरोप है कि अनुराग वैद्य करीब 10 वर्षों से शहर में कमेटी डालने का काम कर रहा था। इतने वर्षों के दौरान जब उन लोगों का उस पर विश्वास जम गया तो उसने इसका फायदा उठाते हुए उनके द्वारा कमेटी की किश्त के रूप में जमा किए गए करोड़ों रुपए हड़प लिए। राहुल और मनीष ने पुलिस को दी गई जानकारी में बताया है कि बार बार पैसे मांगने पर उसने धनराशि वापस नहीं की बल्कि उल्टा उन्हें धमकाया गया।
आरोप है कि सपा नेता अनिल अग्रवाल, उनके भतीजे साहिल और अनुराग वैद्य के आगरा निवासी रिश्तेदार योगेश, प्रमोद वाल्मीकि और आकाश वाल्मीकि ने इस सबमें उसका साथ दिया और उसकी पत्नी निहारिका और पुत्र सिद्धार्थ को इसकी जानकारी थी।
इतना ही नहीं अनुराग वैद्य पर यह भी आरोप है कि कमेटी के साथ साथ उसने रियल एस्टेट की दुनिया में भी कदम रखा और लोगों पर जमे विश्वास के आधार पर प्रॉपर्टी की बुकिंग के नाम पर भी करोड़ों रुपए एकत्र किए। हाउसिंग स्कीम की लॉन्चिंग और प्लॉट बुकिंग के लिए फॉरेन टूर भी रखा गया लेकिन अब निवेशक खुद को ठगा हुआ महसूस करते हुए उसके चक्कर काट रहे हैं।
इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने वाले राहुल और मनीष के अलावा कई अन्य व्यापारियों ने भी अनुराग वैद्य के खिलाफ प्रदर्शन किया और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि सभी व्यापारियों का मिलाकर जिस धनराशि का हिसाब होना है वह करीब 70 से 80 करोड़ रुपए है।




