जीआरपी ने नाबालिग किशोरी को परिजनों से मिलाया:मोबाइल देखने की डांट से छोड़ा था घर

मथुरा। जीआरपी ने मथुरा जंक्शन पर एक नाबालिग किशोरी को उसके परिजनों से मिलाया। किशोरी अपने परिवार से नाराज होकर घर से भाग आई थी। यह कार्रवाई ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत की गई।
घटना तब सामने आई जब मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात महिला उपनिरीक्षक रैनू यादव और महिला आरक्षी नीलम को सकुर्लेटिंग एरिया में एक लगभग 17 वर्षीय नाबालिग बच्ची अकेली घूमती हुई मिली।
शक होने पर महिला पुलिसकर्मियों ने बच्ची से पूछताछ की। उसने बताया कि वह राजस्थान के भरतपुर की रहने वाली है। परिजनों द्वारा पढ़ाई और मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर डांट-फटकार मिलने से नाराज होकर वह बिना बताए घर से निकल आई थी। बच्ची ने यह भी बताया कि उसके पास पैसे नहीं थे और वह घर वापस जाने की स्थिति में नहीं थी।
महिला पुलिस टीम ने बच्ची को समझाया और उसे महिला हेल्प डेस्क पर सुरक्षित बैठाया। इसके बाद जीआरपी मथुरा ने उसके परिवार वालों को सूचना दी। सूचना मिलते ही बच्ची की मां और उसका मौसेरा भाई जीआरपी मथुरा थाने पहुंचे। उन्होंने भी बच्ची के पढ़ाई को लेकर डांट-फटकार के बाद घर से निकलने की बात की पुष्टि की।
आवश्यक सत्यापन और कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जीआरपी मथुरा ने बच्ची को उसकी मां और मौसेरे भाई को सौंप दिया। परिजनों ने जीआरपी मथुरा की सतर्कता, संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई की सराहना की।




