‘भ्रम फैलाकर सत्ता नहीं मिलेगी’, एनडीए की बढ़त पर उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी पर साधा निशाना

पटना । बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने स्पष्ट बढ़त बना ली है और भाजपा-जदयू-लोजपा (आर) तीनों जीत की राह पर मजबूती से आगे बढ़ रही हैं। रुझानों ने राज्य में सत्ता समीकरण स्पष्ट कर दिया है, जहां एनडीए को जनता का भरोसा दोबारा मिलता दिख रहा है। इसी बीच, राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने विपक्ष के नेता यानी तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है।
कुशवाहा ने कहा कि यदि तेजस्वी यादव अगले 10-20 वर्षों में सत्ता में लौटना चाहते हैं तो उन्हें अपने तरीके और व्यवहार में बदलाव लाना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि आरजेडी की राजनीति नकारात्मक बयानबाजी, भड़काऊ टिप्पणियों और जनता को भ्रमित करने की कोशिशों पर आधारित है। कुशवाहा ने आगे कहा कि एसआईआर असली मुद्दा था ही नहीं, बल्कि जमीन पर हकीकत से अलग राजनीतिक शोर मात्र था।
एनडीए के बहुमत के आंकड़ा पार करने पर कुशवाहा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों पर जनता ने मुहर लगाई है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में विकास कार्यों की निरंतरता ने जनता का भरोसा जीता है और यही कारण है कि बिहार ने एक बार फिर एनडीए को मौका दिया है।
कुशवाहा ने आगे कहा कि आरजेडी की राजनीति जनता को धोखा देने की कोशिश पर आधारित है। उन्होंने कहा कि जनता नकारात्मक राजनीति से तंग आ चुकी है और अब ‘बिना काम-जमीन वाली राजनीति’ को स्वीकार करने के मूड में नहीं है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनता ने आरजेडी के चेहरे को अस्वीकार कर दिया है।
कुल मिलाकर प्रदेश में भाजपा और सहयोगियों का प्रदर्शन दमदार दिख रहा है। माना जा राह है कि एनडीए की यह बढ़त सिर्फ चुनावी रणनीति नहीं, बल्कि सामाजिक और प्रशासनिक स्तर पर किए गए नीतीश के कामों का असर है। बिहार में राजनीतिक माहौल फिलहाल एनडीए के पक्ष में जाता दिख रहा है। इसका सबसे बड़ा फायदा महिलाओं की वोटिंग प्रतिशत में बढ़ोतरी भी मानी जा रही है।




