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ट्रंप से मिलेंगे सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शरा, 1946 के बाद पहली बार किसी सीरियाई नेता की एंट्री

वॉशिंगटन । सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शरा आज यानी सोमवार को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ऐतिहासिक मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात इसलिए खास मानी जा रही है क्योंकि 1946 में सीरिया की आजादी के बाद यह पहला मौका होगा जब कोई सीरियाई नेता व्हाइट हाउस पहुंचेगा। अहमद अल-शरा, जिन्होंने पिछले साल लंबे समय से सत्ता में रहे बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल किया था, कुछ ही दिन पहले अमेरिका की आतंकवाद सूची से हटाए गए हैं। कभी अलकायदा से जुड़े रहे शरा अब खुद को एक संयमित और व्यावहारिक नेता के रूप में पेश कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय संकट समूह के निदेशक माइकल हन्ना ने कहा शरा का यह दौरा उनके एक कट्टरपंथी से वैश्विक राजनेता बनने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। व्हाइट हाउस पहुंचने से पहले शरा ने कटऋ प्रमुख क्रिस्टालिना जॉजीर्वा से मुलाकात की, जिसमें युद्धग्रस्त सीरिया को आर्थिक मदद देने पर चर्चा हुई। इसके अलावा उन्होंने वाशिंगटन में सीरियाई संगठनों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका, सीरियाई राजधानी दमिश्क के पास एक सैन्य अड्डा बनाने की योजना बना रहा है। इस सैन्य अड्डे का मकसद मानवीय सहायता के काम में समन्वय बताया जा रहा है। अमेरिका के विदेश विभाग ने पुष्टि की है कि अहमद अल शरा को आतंकवादी सूची से हटा दिया गया है क्योंकि शरा ने सीरिया में लापता अमेरिकियों का पता लगाने और बचे हुए रसायनिक हथियारों को खत्म करने की सहमति दी है। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी अहमद अल शरा पर लगे प्रतिबंधों को हटा लिया था, जिसके बाद शरा ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित किया। ऐसा करने वाले भी शरा पहले सीरियाई राष्ट्रपति हैं।
सीरिया 13 साल के गृहयुद्ध से तबाह है। विश्व बैंक के अनुसार, देश के पुनर्निर्माण की लागत लगभग 216 अरब डॉलर है। शरा इस मुलाकात में अमेरिका से आर्थिक सहायता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं।
सीरियाई आंतरिक मंत्रालय ने हाल ही में बताया कि देश में इस्लामिक स्टेट के बचे हुए गुटों के खिलाफ 61 छापेमारी की गईं और 71 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले सितंबर में अहमद अल-शराआ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लिया था, जहां वे दशकों में पहले सीरियाई राष्ट्रपति बने जिन्होंने न्यूयॉर्क में भाषण दिया।
अहमद अल शरा के पूर्व के संगठन हयात तहरीर अल-शाम (ऌळर) का खूंखार आतंकी संगठन अल-कायदा से जुड़ाव था। यही वजह थी कि अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शरा का नाम आतंकवादी सूची में डाला हुआ था। हालांकि बाद में शरा सक्रिय राजनीति में उतरे और बीते साल बशर अल असद के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया। सत्ता संभालने के बाद से, शरा और सीरिया के नए नेतृत्व ने खुद को अपने उग्रवादी अतीत से दूर कर सीरियाई लोगों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने एक अधिक उदार छवि पेश करने की कोशिश की है।

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