प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के दौरान युवक की मौत: परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

मथुरा । मथुरा के गोवर्धन चौराहा स्थित आर एस स्टोन हॉस्पिटल में इलाज के दौरान एक 54 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आॅपरेशन से पहले लगाए गए इंजेक्शन के बाद मरीज की हालत बिगड़ गई, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। घटना के बाद अस्पताल स्टाफ और डॉक्टर मौके से फरार हो गए।
मृतक की पहचान राया थाना क्षेत्र के पिलखुनी गांव निवासी रामेश्वर सिंह पुत्र चिरंजी लाल के रूप में हुई है। वह गांव में प्रधान सहायक के पद पर कार्यरत थे। रामेश्वर सिंह कई दिनों से पेट दर्द से पीड़ित थे। अल्ट्रासाउंड जांच में उनकी किडनी में 16 एमएम की पथरी का पता चला था।
इसी पथरी के इलाज के लिए परिवार उन्हें आर एस स्टोन हॉस्पिटल लेकर आया था। आॅपरेशन की प्रारंभिक तैयारी के दौरान उन्हें एक इंजेक्शन लगाया गया। परिजनों के अनुसार, इंजेक्शन लगते ही रामेश्वर सिंह की तबीयत अचानक गंभीर रूप से बिगड़ गई।
स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल कर्मियों ने आनन-फानन में रामेश्वर सिंह को सिम्स हॉस्पिटल रेफर कर दिया। हालांकि, सिम्स हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का आरोप है कि यह मौत अस्पताल की घोर लापरवाही का नतीजा है। उनका कहना है कि बिना उचित जांच और निगरानी के इंजेक्शन लगाया गया, जिसके कारण रामेश्वर सिंह की जान चली गई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने दोषी डॉक्टर संजय अग्रवाल और अस्पताल स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।



