‘ट्रंप को हमारी मुहिम से खतरा महसूस हो रहा है’, न्यूयॉर्क मेयर पद के उम्मीदवार जोहरान ममदानी का बयान

न्यूयॉर्क । न्यूयॉर्क सिटी मेयर पद के उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर सीधा निशाना साधते हुए कहा है कि ट्रंप हमारी मुहिम से डरे हुए हैं। ममदानी ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप हमारी मुहिम से इसलिए खतरा महसूस कर रहे हैं क्योंकि हमने न्यूयॉर्क के आम लोगों की परेशानियों की सच्चाई बताई है, जीवन-यापन की लागत, महंगाई और असमानता। फर्क बस इतना है कि हम उन समस्याओं को हल करने जा रहे हैं, जबकि ट्रंप केवल दिखावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप करोड़ों डॉलर व्हाइट हाउस के बॉलरूम की सजावट में खर्च कर रहे हैं, जबकि उसी रकम से 1 लाख न्यूयॉर्कवासियों को फूड सहायता मिल सकती थी।
चुनाव से एक दिन पहले ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि अगर कम्युनिस्ट उम्मीदवार ममदानी मेयर बने तो न्यूयॉर्क आर्थिक और सामाजिक तबाही का शिकार हो जाएगा। उन्होंने पूर्व न्यूयॉर्क गवर्नर एंड्रयू कुओमो का समर्थन करते हुए कहा आपको चाहे कुओमो पसंद हों या न हों, लेकिन वोट उन्हीं को देना होगा, ममदानी को नहीं। ट्रंप ने ममदानी पर आरोप लगाया कि उनका रिकॉर्ड पूरी तरह असफल रहा है और वे न्यूयॉर्क को उसकी पुरानी चमक नहीं लौटा सकते।
ट्रंप के बयानों पर पलटवार करते हुए ममदानी ने कहा यह पैसा ट्रंप का नहीं है, यह न्यूयॉर्क का हक है। हम हर न्यूयॉर्कवासी के अधिकार के लिए लड़ेंगे, चाहे व्हाइट हाउस में कोई भी बैठा हो। उन्होंने कहा कि ट्रंप और कुओमो दोनों ही अरबपतियों के हितों की राजनीति कर रहे हैं, जबकि उनका उद्देश्य आम लोगों के लिए राहत लाना है।
इस बार मेयर पद के लिए मुकाबला जोहरान ममदानी, एंड्रयू कुओमो (स्वतंत्र उम्मीदवार) और कर्टिस स्लिवा (रिपब्लिकन) के बीच है। भारतीय मूल के ममदानी, प्रसिद्ध फिल्मकार मीरा नायर और लेखक मह्मूद ममदानी के बेटे हैं। ममदानी ने जून में डेमोक्रेटिक प्राइमरी में कुओमो को मात दी थी। इस बार वे न्यूयॉर्कवासियों से वादा कर रहे हैं कि वे महंगाई कम करेंगे, किराया फ्रीज करेंगे और सस्ती आवास योजनाएं लाएंगे।
मेयर चुनाव का मुख्य मतदान 4 नवंबर को होना है और नए साल पर विजेता मेयर पद संभालेगा। विभिन्न पोल्स में जोहरान ममदानी को 47 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला है और वे एंड्रयू कुओमो से 18 पॉइंट्स आगे हैं। तीसरे स्थान पर रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस सिल्वा हैं, जिन्हें 16 प्रतिशत लोगों का समर्थन हासिल है।




