नासा ने सफलतापूर्वक किया सुपरसोनिक विमान का परीक्षण, व्यवसायिक उड़ान उद्योग में आ सकता है बड़ा बदलाव

वॉशिंगटन । अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा कम आवाज करने वाला सुपरसोनिक विमान बनाने के और करीब पहुंच गई है। हाल ही में नासा ने सुपरसोनिक जेट विमान का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। ये विमान आवाज की गति से उड़ान भरता है और खास बात ये है कि इसकी आवाज भी आम सुपरसोनिक विमानों से काफी कम है। अगर सबकुछ सही रहता है तो इससे व्यवसायिक उड़ान यात्रा में बड़ा बदलाव हो सकता है।
इस सुपरसोनिक विमान का निर्माण नासा और अमेरिकी हथियार और एयरोस्पेस निमार्ता कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने मिलकर किया है। बीते मंगलवार को इसकी दक्षिणी कैलिफोर्निया के रेगिस्तान के ऊपर सफल परीक्षण उड़ान हुई। गौरतलब है कि 1940 के दशक से ही विमान सुपरसोनिक गति से उड़ान भरने में सक्षम रहे हैं। लेकिन इन सुपरसोनिक विमानों की बहुत तेज आवाज के चलते व्यवसायिक यात्रा के लिए इन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। दरअसल इन विमानों की तेज आवाज डरावना सोनिक बूम पैदा करती है, जिससे लोग परेशान होते हैं और कई बार लोग डर भी जाते हैं। यही वजह रही कि सुपरसोनिक विमानों को प्रतिबंधित कर दिया गया।
ब्रिटिश एयरवेज और एयर फ्रांस के सुपरसोनिक विमान कॉनकॉर्ड ने 1970 के दशक में अटलांटिक के ऊपर उड़ानें शुरू कीं। लेकिन तीन साल पहले हुई एक दुर्घटना के बाद और इसकी महंगी सेवा की मांग कम होने के कारण साल 2003 में उन्हें रोक दिया गया। अगर नासा और लॉकहीड मार्टिन सुपरसोनिक विमानों के शोर को कम करने में सफल हो जाते हैं, तो इन सुपरसोनिक विमानों से न्यूयॉर्क शहर और लॉस एंजिल्स के बीच यात्रा के समय लगभग आधा हो सकता है, जिससे व्यवसायिक हवाई यात्रा उद्योग में बड़े बदलाव होंगे।
नासा और लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया गया सुपरसोनिक विमान -59 आवाज की गति से भी तेज उड़ने में सक्षम है। लॉ मंगलवार को टेस्ट फ्लाइट में विमान की आवाज काफी धीमी रही। इस उड़ान का मकसद विमान की संरचनात्मक मजबूती का भी परीक्षण करना था। यह विमान परीक्षण उड़ान में लॉस एंजिल्स से लगभग 60 मील उत्तर में पामडेल में लॉकहीड मार्टिन के एक परिसर से उड़ा और रेगिस्तान के ऊपर से गुजरते हुए और लगभग 40 मील दूर ठअरअ के आर्मस्ट्रांग फ़्लाइट रिसर्च सेंटर के पास उतरा।
 
				



