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आत्मनिर्भरता बढ़ाने और आयात निर्भरता कम करने पर फोकस, मंत्री पीयूष गोयल ने की अहम बैठक

नई दिल्ली । वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार (29 अक्तूबर ) को आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स मूल्य श्रृंखला में घरेलू विनिर्माण को बढ़ाने का आह्वान किया। उद्योग प्रतिनिधियों और मंत्री के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों की एक बैठक में केंद्रीय मंत्री ने मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के निर्यात से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एक्स पोस्ट पर बैठक की जानकारी साझा की। मीटिंग की तस्वीरें साझा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों के निर्यात संवर्धन परिषदों (ईपीसी) और उद्योग संघों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें भारत के निर्यात विकास को गति देने हेतु रणनीतियों की खोज पर ध्यान केंद्रित किया गया।
उन्होंने आगे बताया कि चर्चा के प्रमुख बिंदुओं में बाजार तक बेहतर पहुंच के लिए मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) का उपयोग, मूल्य संवर्धन को बढ़ावा देना, बाजार विविधीकरण का विस्तार और क्षेत्रीय तालमेल को मजबूत करना शामिल था। मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हम भारत के निर्यात को और बढ़ाने के लिए गुणवत्ता-संचालित, सतत विकास के नए रास्ते खोलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बता दें कि इस वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर अवधि में देश का इलेक्ट्रॉनिक सामान आयात लगभग 17 प्रतिशत बढ़कर 56.15 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया।दूसरी ओर अप्रैल-सितंबर 2025 में निर्यात 42 प्रतिशत बढ़कर 22.2 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 15.6 अरब अमेरिकी डॉलर था।
स्मार्टफोन निर्यात 2024 की इसी अवधि के 8.47 अरब अमेरिकी डॉलर से 58 प्रतिशत बढ़कर 13.38 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। मंत्रालय ने कहा कि यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और ईएफटीए के साथ चल रही मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता का उद्देश्य भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स निमार्ताओं के लिए नए बाजार पहुंच के अवसर खोलना है।
इस बीच, इलेक्ट्रॉनिक्स घटक विनिर्माण योजना (ईसीएमएस) और उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाएं घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा दे रही हैं और आयात पर निर्भरता कम कर रही हैं। 2031 तक 180-200 अरब अमेरिकी डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात को प्राप्त करने की भारत की योजना पर भी विचार-विमर्श के दौरान चर्चा की गई।

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