चोटिल होने के बाद ड्रेसिंग रूम में बेहोश हो गए थे श्रेयस, तिल्ली में लगी चोट हो सकती थी जानलेवा

सडनी । भारतीय वनडे टीम के उपकप्तान श्रेयस अय्यर पिछले दो दिन से सिडनी के अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती थे। रिपोर्ट में आंतरिक रक्तस्राव का पता लगने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच के दौरान उनकी पसलियों में चोट लग गई थी। यह चोट उस समय लगी जब वह बैकवर्ड प्वाइंट से पीछे की ओर दौड़ते हुए कैच ले रहे थे।
सूत्रों के अनुसार 31 वर्षीय अय्यर ड्रेसिंग रूम में बेहोश भी हो गए थे। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। स्कैन से पता लगा कि उन्हें आंतरिक चोट लगी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को श्रेयस की फिटनेस अपडेट देते हुए कहा था कि श्रेयस की बाएं पसली के निचले हिस्से में चोट है। उन्हें आगे की जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्कैन से पता चला कि उनकी तिल्ली में चोट लगी है। हालत स्थिर है पर चोट जानलेवा साबित हो सकती थी। अब वह स्वस्थ हो रहे हैं। बोर्ड की मेडिकल टीम सिडनी और भारत के विशेषज्ञों के परामर्श से उनकी स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है।
भारतीय टीम के डॉक्टर श्रेयस की दैनिक प्रगति का आकलन करने के लिए उनके साथ सिडनी में रहेंगे। सूत्र ने कहा, श्रेयस की स्थिति को देखते हुए उन्हें कुछ दिनों तक निगरानी में रखा जा सकता है, क्योंकि रक्तस्राव के कारण संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ऐसा करना जरूरी है। अय्यर की स्थिति का आकलन करने के बाद बोर्ड की मेडिकल टीम ने उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती करने का फैसला किया। मेडिकल टीम की तत्परता काम आई। उन्हें तुरंत इलाज मिल पाया। फिट घोषित होने के बाद ही वह भारत वापसी करेंगे। वह आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए टीम का हिस्सा नहीं हैं।
श्रेयस अय्यर आईसीयू से बाहर आ गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रेयस अय्यर को आईसीयू से बाहर लाया गया है। हालांकि, उनकी हालत नाजुक है लेकिन स्थिर बनी हुई है। बताया जा रहा है कि श्रेयस के माता-पिता उन्हें देखने के लिए जल्द आॅस्ट्रेलिया जा सकते हैं। इन्होंने तत्काल वीजा के लिए आवेदन भी कर दिया है।



