एआई को बनाएं अपना कोच, आपकी आदतें और दिनचर्या को कर सकता सुपर आॅर्गनाइज्ड

जरा सोचिए कि अगर आपका कोई ऐसा साथी हो, जो आपको पढ़ाई के लक्ष्यों, परीक्षा की तैयारी, दैनिक दिनचर्या या फिर फिटनेस गोल्स पूरे करने में मदद करे, तो कैसा रहे। तेजी से बदलती इस दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई ने यह सब मुमकिन बना दिया है। आज चैटजीपीटी और बार्ड जैसे चैटबॉट्स सिर्फ बातें करने में माहिर नहीं हैं, बल्कि अब ये स्मार्ट लाइफ कोच, स्टडी पार्टनर और गोल गाइड बन चुके हैं।
ऐसे में, आप एआई को आप अपना सबसे भरोसेमंद साथी और कोच बना सकते हैं। अगर आप सही ढंग से इसका इस्तेमाल करें, तो न केवल आपको लक्ष्य निर्धारित करने में आसानी होगी, बल्कि यह आपकी दिनचर्या और आदतों को इस कदर व्यवस्थित कर देगा कि आप आसानी से सफलता की ओर बढ़ पाएंगे। आइए जानते हैं कि कैसे आप एआई की मदद से अपनी आदतों को बेहतर बना सकते हैं।
किसी भी काम की शुरूआत एक स्पष्ट लक्ष्य के बगैर नहीं हो सकती। मान लीजिए आपको अगले तीन महीनों में किसी परीक्षा की तैयारी की रणनीति बनानी है। इसके लिए अपने पसंदीदा चैटबॉट को सही प्रॉम्प्ट (निर्देश) दें।
आप उससे परीक्षा का नाम बताते हुए कहें कि मेरा लक्ष्य इस परीक्षा में शामिल होना है। कृपया मुझे इसकी तैयारी के लिए तीन महीने की बेहतर योजना बनाकर दें। इसके बाद चैटबॉट आपके निदेर्शों का अनुसरण करेगा और उसी के अनुसार एक बेहतर रणनीति बनाकर दे देगा।
एआई चैटबॉट्स आपके लिए एक लाइफ कोच की भी भूमिका निभा सकते हैं। आप इन्हें बस अपने लक्ष्य और मौजूदा स्थिति के बारे में बताएं और कहें, ‘मेरे लिए एक ऐसी योजना बनाएं, जिससे मैं अपने फिटनेस गोल पूरा कर सकूं। इसके बाद वह तुरंत एक प्रैक्टिकल शेड्यूल बना देगा-जैसे कौन-सा दिन किस विषय या वर्कआउट के लिए तय करना है, कितनी देर और कब ब्रेक लेना है, आदि।
वर्कआउट या पढ़ाई के सत्र को कैलेंडर में मैन्युअली दर्ज करना थोड़ा कठिन हो सकता है, लेकिन चैटवॉट्स को जैपियर जैसे आॅटोमेशन टूल के साथ जोड़ने से यह काम आसान हो जाता है। ऐसा करने से आपकी योजना के अनुसार वर्कआउट अपने आप कैलेंडर या टू-डू लिस्ट में शामिल होते रहेंगे। इससे वक्त के साथ आपकी क्षमता बढ़ेगी और आपके कार्यक्रम भी अपडेट होते रहेंगे।
एआई चैटबॉट्स कठिन वक्त में आपको प्रेरित करने वाले दोस्त भी बन सकते हैं। हताशा के वक्त इनकी मदद लें। इन्हें निर्देश दें कि मैं तनाव महसूस कर रहा हूं, ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए? यह आपको उदाहरणों के जरिये बतलाएगा कि सफलता प्रक्रिया का हिस्सा है, मंजिल नहीं। यह आपको आॅनलाइन स्टडी ग्रुप्स, रनिंग कम्युनिटीज या मोटिवेशनल फोरम्स से जोड़ सकता है, ताकि आप कभी खुद को अकेला महसूस करें न।