गोमाता ट्रस्ट के नाम पर 21 करोड़ की ठगी:साइबर पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा

मथुरा । मथुरा में ‘गोमाता ट्रस्ट’ के नाम पर 21 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। साइबर पुलिस ने इस प्रकरण में एक आरोपी इमरान को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य सरगना अभिषेक चौधरी की तलाश जारी है।
अभिषेक चौधरी और उसके साथियों ने 6 अगस्त को स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की कैंट शाखा में ‘गोमाता ट्रस्ट’ के नाम से एक फर्जी खाता खुलवाया था। इस खाते का उपयोग देशभर के लोगों से ठगी की रकम मंगाने के लिए किया गया। महज डेढ़ महीने के भीतर खाते में 21 करोड़ रुपए जमा हो गए, जिसमें से 20 करोड़ 93 लाख रुपए दूसरे खातों में ट्रांसफर कर निकाल लिए गए थे
खाते में असामान्य रूप से अधिक लेनदेन होने पर साइबर पुलिस ने जांच शुरू की, जिससे इस धोखाधड़ी का पूरा नेटवर्क सामने आया। इस मामले में पुलिस पहले ही हाईवे थाने के लक्ष्मीपुरम निवासी गौतम उपाध्याय, नगला बैर निवासी बलदेव सिंह और राया क्षेत्र के विसावली गांव व शक्ति नगर निवासी ऋतिक को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
साइबर थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि इमरान को मथुरा के रांची बांगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। इमरान मूल रूप से बरसाना के सहार नगला और सदर थाने के मेवाती मोहल्ला औरंगाबाद का निवासी है। वह मुख्य सरगना अभिषेक चौधरी का करीबी सहयोगी बताया जा रहा है और उसके साथ ही रहता था।
इमरान ने ठगी की रकम को दो बार 10-10 हजार रुपए में गौतम उपाध्याय तक पहुंचाया था। उसने भोपाल सिम कार्ड भिजवाने के दौरान टैक्सी चालक के खाते में किराए की रकम भी डाली थी। थाना प्रभारी ने बताया कि मुख्य सरगना अभिषेक चौधरी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें सक्रिय हैं। पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहनता से जांच कर रही है, ताकि अन्य सहयोगियों का भी पता लगाया जा सके।