ईपीएफओ ने जुलाई में 21.04 लाख नए सदस्य जोड़े, पिछले वर्ष की तुलना में 5.55 प्रतिशत का हुआ इजाफा

नई दिल्ली । सेवानिवृत्ति कोष निकाय ईपीएफओ ने जुलाई 2025 के दौरान 21.04 लाख शुद्ध सदस्य जोड़े। इसमें सालाना आधार पर 5.55 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मंगलवार को जारी नवीनतम पेरोल आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने जुलाई 2025 में लगभग 9.79 लाख नए ग्राहकों को नामांकित किया। इसका मुख्य कारण रोजगार के बढ़ते अवसर, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईपीएफओ के सफल आउटरीच कार्यक्रम हैं।
बयान में कहा गया है कि वर्ष-दर-वर्ष विश्लेषण से पता चलता है कि जुलाई 2024 की तुलना में शुद्ध वेतन वृद्धि में 5.55 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह रोजगार के अवसरों में वृद्धि और कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता को दशार्ता है। ईपीएफओ की प्रभावी आउटरीच पहलों से भी वेतन वृद्धि को बल मिला।
ईपीएफओ ने 18-25 आयु वर्ग में 5.98 लाख नए ग्राहक जोड़े, जो जुलाई 2025 में जोड़े गए कुल नए ग्राहकों का 61.06 प्रतिशत है। इसके अलावा, जुलाई 2025 के लिए 18-25 आयु वर्ग के लिए शुद्ध वेतन वृद्धि लगभग 9.13 लाख थी, जो जुलाई 2024 में पिछले वर्ष की तुलना में 4.09 प्रतिशत की वृद्धि को दशार्ती है, जो दशार्ता है कि संगठित कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश व्यक्ति युवा हैं, मुख्य रूप से पहली बार नौकरी चाहने वाले।
लगभग 16.43 लाख सदस्य, जो पहले ही ईपीएफओ से बाहर हो गए थे, जुलाई 2025 में फिर से ईपीएफओ में शामिल हो गए। यह आंकड़ा जुलाई 2024 की तुलना में साल-दर-साल 12.12 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दशार्ता है।
जुलाई 2025 में लगभग 2.80 लाख नई महिला ग्राहक ईपीएफओ में शामिल होंगी। इसके अलावा, महीने के दौरान शुद्ध महिला पेरोल वृद्धि लगभग 4.42 लाख रही। यह पिछले साल की तुलना में 0.17 प्रतिशत अधिक है। पेरोल आंकड़ों के राज्यवार विश्लेषण से पता चला कि शीर्ष पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में शुद्ध पेरोल वृद्धि का लगभग 60.85 प्रतिशत योगदान है, जिसके परिणामस्वरूप महीने के दौरान कुल मिलाकर लगभग 12.80 लाख की वृद्धि हुई।
राज्यवार आंकड़े देखें तो महाराष्ट्र जुलाई महीने के दौरान 20.47 प्रतिशत शुद्ध पेरोल इजाफे के साथ सबसे आगे है। इसके अलावे कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में कुल शुद्ध वेतन में 5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई।
उद्योगवार आंकड़ों के अनुसार लौह अयस्क खनन, विश्वविद्यालय, बीड़ी निर्माण, वस्त्र निर्माण, अस्पताल, वाणिज्यिक व्यापार और ट्रैवल एजेंसियों सहित विभिन्न उद्योगों में लगे प्रतिष्ठानों में शुद्ध वेतन वृद्धि में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है। कुल शुद्ध सदस्यता में से लगभग 40.21 प्रतिशत वृद्धि विशेषज्ञ सेवाओं के कारण हुई। हालांकि पेरोल डेटा अनंतिम है। कर्मचारी रिकॉर्ड को निरंतर अपडेट करते रहते हैं। अप्रैल 2018 से ईपीएफओ सितम्बर 2017 से आगे की अवधि के पेरोल आंकड़े जारी कर रहा है।