सफलताओं को याद कर बढ़ाएं आत्मविश्वास, जानें सर्वश्रेष्ठ स्वरूप तक पहुंचने के पांच असरदार तरीके

हार्वर्ड । हर इंसान के भीतर उसका सर्वश्रेष्ठ रूप छिपा हुआ होता है, लेकिन कई लोग उसे पहचान नहीं पाते। दरअसल, कोई?भी व्यक्ति पिछली सफलताओं को याद करके अपनी असली क्षमता तक पहुंच सकता है। जब आप सोचते हैं कि किन परिस्थितियों में आपने बेहतरीन प्रदर्शन किया और कैसे अपने लक्ष्य पूरे किए, तो आपको अपनी असली ताकत और क्षमताओं का अंदाजा होता है। इससे आप आत्मविश्वास से लबरेज हो जाते हंै। इसके अलावा, दूसरों की मदद तथा उनके काम की सराहना करना भी आपको भीतर से और मजबूत बनाता है। यही सकारात्मकता आपको नई ऊर्जा व जोश से भर देती है। ऐसा करने के कुछ तरीकों पर यहां चर्चा की गई है।
अक्सर आपको सकारात्मक और नकारात्मक, दोनों तरह की प्रतिक्रियाएं मिलती होंगी। नकारात्मकता को थोड़ी देर के लिए किनारे रखकर सकारात्मक हिस्से पर ध्यान दें। इससे आपके भीतर एक मानसिक स्पष्टता व संतुलन पैदा होता है, जिससे यह समझने में आसानी होती है कि आप क्या सही कर रहे हैं और किस दिशा में आगे बढ़ना है। हालांकि, सिर्फ प्रतिक्रिया स्वीकारना ही काफी नहीं है, बल्कि उसकी गहराई में जाएं, विश्लेषण करें और समझें कि आपके किन प्रयासों ने परिणाम पर वास्तविक प्रभाव डाला। यही अभ्यास आपकी समझ को मजबूत बनाकर रणनीति को बेहतर करता है।
अगर आपको व्यक्तिगत रूप से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिले, तो बातचीत खत्म होने के बाद कुछ समय निकालें तथा लिखें कि आपने क्या किया, कैसे किया तथा उसका दूसरों पर क्या असर पड़ा? इसे जर्नलिंग कहा जाता है, जो आपको अपनी क्षमताओं को गहराई से समझने तथा अपने सर्वश्रेष्ठ स्वरूप को और निखारने की शक्ति देता है। साथ ही, आप जान पाएंगे कि कैसे छोटे-छोटे कदम भी बड़ी उपलब्धियों की नींव बन सकते हैं। इसके अलावा, काम के पूरा होने के बाद उसकी समीक्षा करना बेहद जरूरी है। इससे नए मानकों को तय करने तथा बेहतर तरीकों की पहचान करने का मौका मिलता है।
अक्सर हम काम में सबसे ज्यादा मूल्यवान तब महसूस करते हैं, जब दूसरों पर उसके प्रभाव को देख पाते हैं। इसलिए, आपको ऐसी भूमिकाएं और अवसर तलाशने चाहिए, जहां आप न केवल निजी, बल्कि अपने पेशेवर समुदाय में भी दूसरों की सहायता कर सकें। यह आपके बेहतर व्यक्तित्व को तो दशार्ता ही है, नेतृत्व व सकारात्मकता का भी परिचय कराता है।
यह एक ऐसा तरीका है, जिसमें आप दूसरों से फीडबैक लेकर यह पता लगा सकते हैं कि आपकी ऐसी कौन-सी खासियतें हैं, जिन्हें आप खुद तो नहीं देख पाते, लेकिन लोग उन्हें सराहते और पसंद करते हैं।