बायकॉट की मांग के बीच पाकिस्तान के खिलाफ उतरेगा भारत, अर्शदीप-जितेश को मिलेगा मौका?

दुबई । पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप मैच का बहिष्कार करने की मांग के बीच भारतीय टीम रविवार को अपना विजयी अभियान जारी रखने उतरेगी। आॅपरेशन सिंदूर के बाद यह पहली बार होगा जब भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलती नजर आएंगी। इस मैच को लेकर विरोध के स्वर भी उठ रहे हैं, लेकिन दोनों देशों के खिलाड़ी मैदान पर एक दूसरे का सामना करने के लिए तैयार हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों ने ही एशिया कप में अपने अभियान की शुरूआत जीत के साथ की है।
चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ बहु-राष्ट्रीय टूनार्मेंटों में रिकॉर्ड को देखते हुए भारत का पलड़ा भारी है। दिलचस्प बात यह है कि फैंस के बीच इस बार इस मैच को लेकर उत्साह थोड़ा कम दिखाई दे रहा है। दरअसल, अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आॅपरेशन सिंदूर से सैन्य अभियान चलाया था जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद बढ़ गया था। इसे लेकर ही मैच का बहिष्कार करने की मांग उठी है। मैच के हजारों टिकट अब भी उपलब्ध हैं और शुक्रवार को भारत के अभ्यास सत्र में बहुत कम दर्शक पहुंचे। मैच को लेकर पहले की तरह उत्साह भी गायब है। सोशल मीडिया पर अपील की जा रही है कि भारत इस मैच का बहिष्कार करे जिससे कोई नहीं जानता कि कितने बीसीसीआई अधिकारी रविवार को मैच देखने पहुंचेंगे, वर्ना दोनों देशों के बीच मैच के दौरान बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद रहते थे।
भारतीय टीम में इस बार रोहित शर्मा और विराट कोहली नहीं होंगे जो टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले चुके हैं। हालांकि, टीम में शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव और अभिषेक शर्मा जैसे बल्लेबाज हैं जो फटाफट क्रिकेट के रोमांच को बरकरार रखने में सक्षम हैं। भारत ने यूएई के खिलाफ एशिया कप के मैच में प्लेइंग-11 में तीन स्पिनर और एक विशेषज्ञ तेज गेंदबाज को मौका दिया था। भारत उस मैच में अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव की स्पिन गेंदबाजी तिकड़ी के साथ उतरा, जबकि जसप्रीत बुमराह एकमात्र विशेषज्ञ तेज गेंदबाज थे। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत इसी रणनीति के साथ उतरता है या पाकिस्तान के खिलाफ मैच की महत्वता को देखते हुए कुछ बदलाव करता है।
भारत के लिए तीन स्पिनर और एक विशेषज्ञ तेज गेंदबाज के साथ उतरना फायदेमंद रहा था और दुबई की पिच पर स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन किया था। ऐसे में इस बात की संभावना कम है कि भारत प्लेइंग-11 में किसी तरह का बदलाव करेगा। भारत अगर बदलाव करना चाहे तो वह एक स्पिनर कम करके तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को मौका दे सकता है जो पिछले मैच में नहीं खेले थे। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि अर्शदीप की जगह किस खिलाड़ी को प्लेइंग-11 से बाहर किया जा सकता है। अक्षर गेंदबाजी के अलावा बल्ले से भी दमदार प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं, ऐसे में उनका एकादश में रहना तय है। यानी अगर अर्शदीप को मौका देना है तो वरुण और कुलदीप में से किसी एक को बाहर बैठना पड़ सकता है।
पाकिस्तान को गेंदबाजी से ज्यादा भारत का बल्लेबाजी क्रम चिंतित करेगा। गिल, अभिषेक, संजू सैमसन, सूर्यकुमार, तिलक वर्मा, हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे अगर चल जाएं तो किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते हैं। आॅलराउंडरों की बात करें तो फहीम अशरफ की हार्दिक से कोई तुलना ही नहीं है। भारत के लिए आदर्श बल्लेबाजी लाइन-अप का पता लगाना ही अहम होगा। संजू सैमसन और दुबे का बल्लेबाजी क्रम में स्थान महत्वपूर्ण होगा। यूएई के खिलाफ मैच से पहले सैमसन का एकादश से बाहर रहना तय माना जा रहा था, लेकिन टीम प्रबंधन ने जितेश शर्मा की जगह सैमसन के अनुभव को तरजीह दी थी। जितेश पाकिस्तान के खिलाफ इसकी उम्मीद कम है।
एशिया कप मुकाबले के लिए भारत और पाकिस्तान की संभावित प्लेइंग-11 इस प्रकार है…
भारत: शुभमन गिल (उपकप्तान), अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, सूर्यकुमार यादव (कप्तान), संजू सैमसन (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह।
पाकिस्तान: सैम अयूब, साहिबजादा फरहान, मोहम्मद हारिस (विकेटकीपर), फखर जमां, सलमान आगा (कप्तान), हसन नवाज, मोहम्मद नवाज, फहीम अशरफ, शाहीन अफरीदी, सुफियान मुकीम, अबरार अहमद।