मथुरा

स्कूल बंद: मथुरा में तेज बारिश की चेतावनी, परिधि पर रोक; आज और कल छुट्टी

मथुरा में भारी बारिश की चेतावनी के चलते प्रशासन ने यमुना के बढ़ते जल स्तर के लिए उपाय करना शुरू कर दिया है। वृंदावन में परिधि पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जहां पानी पारिक्रम मार्ग तक पहुंच रहा है। 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को 4 सितंबर तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। ताजुला बांध से निरंतर पानी की रिहाई के चलते प्रयाघाट में जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है।

प्रशासन यमुना में भारी वर्षा के कारण संभावित बाढ़ के लिए सजग है। वृंदावन में स्थिति को देखते हुए परिधि में प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही, स्कूलों को अपने प्रयासों को पुनर्गठित करने का समय दिया गया है।

ताजवाला बांध से जो पानी जारी हो रहा है, वह मथुरा तक पहुंच चुका है। हाल में, प्रयाघाट में जल स्तर 166.40 मीटर के आस-पास बढ़ गया है, जो खतरे के लिए चिन्हित स्तर से ऊपर है। इस बार बाढ़ आकर 2023 की बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न कर सकती है, यह प्रशासन को चिंता में डाल रहा है।

डॉ. पंकज कुमार वर्मा ने बताया कि बाढ़ प्रभावितों के लिए 25 आश्रय घर स्थापित किए गए हैं। मंगलवार तक, 913 लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर भेजा गया।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को बचाव कार्यों को सौंपने के लिए पांच खास क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। यमुना के उछाल के कारण मथुरा और आसपास के इलाकों पर खतरा मंडरा रहा है। स्थिति को नियंत्रण में रखने और राहत कार्यों का संचालन करने के लिए, नगर निगम आयुक्त ने प्रशासनिक संरचना को मजबूत कर दिया है।

प्रत्येक क्षेत्र की जिम्मेदारी अतिरिक्त नगरपालिका आयुक्तों और सहायक नगरपालिका आयुक्तों को दी गई है, ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत कार्रवाई की जा सके। नगर निगम आयुक्त ने कहा कि इन क्षेत्रों में अतिरिक्त नगरपालिका आयुक्तों की निगरानी की जाएगी।

जयसिहसपुरा और आसपास के इलाकों की जिम्मेदारी सहायक नगरपालिका आयुक्त राकेश त्यागी को सौंपी गई है। अधिकारी प्रभावित स्थानों को खाली करने और वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। बैरिकेड्स लगाने और शेल्टर होम बनाने के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने पर भी जोर दिया जाएगा।

शरणार्थी आश्रय में पीने के पानी, अस्थायी शौचालय, और स्वच्छता के इंतजाम होंगे। महिलाओं और बच्चों की जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा, संबंधित क्षेत्र के प्रभारी को महामारी को फैलने से रोकने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है।

नगर निगम की टीमों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में जुटा दिया गया है। राहत सामग्री की कमी नहीं होने दी जाएगी, और लोगों से अपील की गई है कि वे बचाव कार्य में अधिकारियों के साथ सहयोग करें।

प्रशासन सभी तैयारियों को अंजाम देने में जुटा हुआ है ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति का सामना किया जा सके।

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