विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य वार्ता में कहा: संतुलित जीवन शैली स्वस्थ हृदय के लिए जरूरी है।

कैट महिला विंग उदयपुर द्वारा मंगलवार को एक स्वास्थ्य वार्ता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. बलदीप शर्मा ने महिलाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी।
कैट महिला विंग की अध्यक्ष विजयालक्ष्मी गैलुंडिया ने कार्यक्रम की शुरुआत की। इसमें वरिष्ठ हार्ट सर्जन डॉ. ब्ल जटिया ने कहा कि आजकल दिल के दौरे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसके पीछे मुख्य कारण मोटापा, असंतुलित जीवनशैली, तनाव और अनुचित भोजन हैं। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को सीने में दर्द, मांसपेशियों में तनाव, घबराहट या सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं हैं, तो ये हृदय रोग के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में तत्काल जांच करवाना आवश्यक है।
स्वस्थ दिल के लिए प्रतिदिन कम से कम 45 मिनट चलना, नियमित व्यायाम करना, ध्यान लगाना, तनाव को कम करना और संतुलित आहार अपनाना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, डॉ. जटिया ने बताया कि भोजन कब और कितना करना चाहिए, इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
डॉ. बलदीप शर्मा ने महिलाओं को यह सलाह दी कि व्यावसायिक कार्य या घरेलू जिम्मेदारियों के कारण लंबे समय तक बैठे रहना उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए उन्हें सतर्क रहना जरूरी है। उन्होंने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया कि महिलाओं को अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्हें एक संतुलित और पौष्टिक आहार लेना चाहिए, नियमित व्यायाम करना चाहिए, तनाव को कम करना चाहिए और आंतरिक खुशी बनाए रखनी चाहिए।
डॉ. शर्मा ने यह भी कहा कि भले ही फास्ट फूड का प्रचलन बढ़ रहा हो, शाकाहार सबसे अच्छा और स्वस्थ विकल्प है। उन्होंने बताया कि ऐसी कई सरल बातें हैं, जो किसी भी महिला को अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं।
इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया। डॉ. शर्मा ने यह भी कहा कि नियमित स्वास्थ्य जांच आवश्यक है, ताकि किसी प्रकार की समस्या का समय पर पता लगाया जा सके। स्वस्थ रहने के लिए सही जानकारी और उचित साधनों का उपयोग जरूरी है।
महिलाओं को यह समझना होगा कि स्वास्थ्य केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक भी होता है। तनाव से दूर रहना, सकारात्मक सोच रखना और खुद को खुश रखना भी स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा, सही मात्रा में पानी पीना और पर्याप्त नींद लेना भी महत्वपूर्ण है।
अंत में विजयालक्ष्मी गैलुंडिया ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया और कहा कि ऐसे कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे ताकि महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सके।
इस वार्ता के माध्यम से नए दृष्टिकोण और जानकारी को साझा करना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो महिलाओं को एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने की दिशा में प्रेरित करेगा। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने के विभिन्न तरीकों पर चर्चा करने का यह एक अच्छा अवसर था, जिससे उन्हें अपनी दिनचर्या को संतुलित और स्वस्थ बनाने में मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य एक अमूल्य धन है, और इसे बनाए रखना आज के समय की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। इसीलिए महिलाओं को चाहिए कि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील रहें और नियमित रूप से अपनी स्वास्थ्य जांच कराती रहें।
यही नहीं, उनको चाहिए कि वे अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करें। परिवार में महिलाएं अक्सर सबसे अधिक जिम्मेदार होती हैं और उनके प्रयास से परिवार के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य भी बेहतर किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम ने इस बात को स्पष्ट रूप से उजागर किया कि अगर महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगी तो इसका सकारात्मक प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ेगा।
सभा में भाग लेने वाली सभी महिलाओं ने डॉ. बलदीप शर्मा और डॉ. जटिया के द्वारा दिए गए ज्ञान के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि ऐसी वार्ताएं आगे भी होनी चाहिए, जिससे वे अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक हो सकें।
कुल मिलाकर यह कार्यक्रम महिलाओं की स्वास्थ्य जागरूकता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। सभी प्रतिभागियों ने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लिया और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया।
स्वास्थ्य एक यात्रा है, जिसमें सही दिशा, जानकारी और समर्पण की आवश्यकता होती है। इस वार्ता ने महिलाओं को आगे बढ़ने का एक नया रास्ता दिखाया है। ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता है ताकि महिलाएं अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकें।




