भतीजे पर एक्ट्रेसेस से गले लगने का दबाव डाला:जबरदस्ती करते दिखे पवन सिंह

भोजपुरी एक्ट्रेस अंजलि राघव को गलत तरीके से छूने पर पहले ही विवादों में घिरे हुए भोजपुरी स्टार पवन सिंह का एक और वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में वो भतीजे पर एक्ट्रेसेस को गले लगाने का दबाव डालते नजर आ रहे हैं।
ये वीडियो उसी इवेंट का है, जिसमें पवन सिंह ने अंजलि को छुआ था। वीडियो में देखा जा सकता है कि मंज पर खड़े सभी कलाकार भोजपुरी गाने की धुन पर थिरक रहे हैं। इसी दौरान पवन सिंह अपने भतीजे के दोनों हाथ पकड़कर अंजलि राघव से गले मिलवाते हैं। बच्चा काफी झिझकता नजर आता है।
अंजलि के बाद पवन सिंह भतीजे को दूसरी एक्ट्रेस से चिपकाने की कोशिश करते हैं, जिसके बाद बच्चा असहज होकर दूर हटता है और उन्हें देखने लगता है।
पवन सिंह यहां भी नहीं रुकते और भतीजे को गले लगने की हिदायत देते हैं। जिसके बाद बच्चा पास खड़ी एक्ट्रेस से गले मिलता है। वीडियो में अंजलि राघव भी ये देखकर मुस्कुराती हुईं नजर आई हैं। वीडियो सामने आने के बाद कई लोग पवन सिंह की जमकर आलोचना कर रहे हैं।
बताते चलें कि 29 अगस्त को पवन सिंह लखनऊ में हुए एक म्यूजिक इवेंट का हिस्सा बने थे। इस दौरान हरियाणवी एक्ट्रेस अंजलि राघव ने उनके साथ मंच शेयर किया था। अंजलि माइक पर बयान दे रही थीं, जिस समय पवन सिंह उनकी कमर पर बार-बार हाथ फेरते नजर आए थे।
वीडियो वायरल होते ही पवन सिंह विवादों में घिर गए। अंजलि राघव ने भी एक वीडियो जारी कर फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का ऐलान कर दिया। विवाद बढ़ने पर पवन सिंह ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी। 31 अगस्त को पवन सिंह ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “मेरा इरादा गलत नहीं था, अगर अंजलि जी को बुरा लगा तो मैं क्षमा मांगता हूं। हम कलाकार हैं और एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।”
इसके जवाब में अंजलि ने कहा, “हां, इन्होंने गलती मानी है और मैंने माफ किया।” इसके बाद अंजलि पर पवन सिंह की टीम द्वारा स्टोरी एडिट करने का दबाव डाला गया। कहा गया कि “गलती मानी” की जगह सिर्फ “थैंक यू” लिखें।
विवाद के बीच (आॅल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन) ने पवन सिंह की जमकर आलोचना की और उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिए जाने की मांग की। इसके अलावा एसोसिएशन ने महिला आयोग से मामले का संज्ञान लेने की भी मांग की थी।
एक्ट्रेस अंजलि राघव ने कहा है जिस समय घटना हुई, उस समय वो डर गई थीं। उन्होंने कहा, मुझे उस वक्त लगा कि मेरी ब्लाउज का कोई टैग कमर पर लगा है। मैं समझ नहीं पाई कि उन्होंने जानबूझकर किया या नहीं। साथ ही वहां पूरा माहौल उनका था, मीडिया, पुलिस, स्टाफङ्घ सब। मुझे डर था कि कोई अनहोनी न हो जाए। लखनऊ और कानपुर ऐसी जगह है, जहां पर मिनट में गोलियां चल जाती हैं। मुझे डर था कि अगर उस वक्त मेरे साथ बेशक कुछ ना होता, लेकिन मेरे साथ जो लोग थे, उनको कहीं कुछ कर दिया जाता तो। उस वक्त मुझे यह सही नहीं लगा था कि ऐसे पंगे लिए जाएं। इसलिए मैं शांत रही और दिल्ली आकर सोच-समझकर बात रखी।