राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह में स्वस्थ जीवनशैली और खेल भागीदारी को बढ़ावा, खिलाड़ियों ने ली डीडिक्शन की शपथ।

-केल हमारे जीवन, शरीर और मन के स्वास्थ्य का एक अभिन्न अंग बना हुआ है
राष्ट्रीय खेल दिवस पर डी-एडिक्शन की शपथ और योग का अभ्यास
आरा: खिलाड़ियों ने हाल ही में स्पोर्ट्स बिल्डिंग में आयोजित एक कार्यक्रम में डी-एडिक्शन की शपथ ली और योग का अभ्यास किया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिला प्रशासन के प्रमुख द्वारा किया गया। इस अवसर पर, हॉकी जादूगर मेजर ध्यानचंद जी की प्रसिद्ध तेल पेंटिंग को श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम में विभिन्न अधिकारियों, खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया और स्वास्थ्य, खेल, और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने की शपथ ली। यह आयोजन केवल खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए नहीं था, बल्कि नशे की लत से मुक्ति के लिए भी था।
खेल का महत्व
डीएम ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि मेजर ध्यानचंद जी की जन्म वर्षगांठ पूरे भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाई जाती है। उन्होंने बताया कि खेल हमारे जीवन का अभिन्न अंग है और सभी को अपनी दिनचर्या में खेल को शामिल करना चाहिए। उन्होंने प्रेरित किया कि यह जरूरी है कि हम अपने स्कूलों, कॉलेजों और मोहल्लों में खेलों को बढ़ावा दें।
कार्यक्रम की विविधता
इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें क्विज़, पेंटिंग प्रतियोगिता और हीरो एशिया हॉकी चैंपियनशिप 2025 का लाइव प्रसारण शामिल था। कैथोलिक हाई स्कूल में साइकिलिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अनेक खेल शिक्षकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के संचालन की जिम्मेदारी शिक्षकों ने संभाली, जिन्होंने खिलाड़ियों को उत्साहित किया और उन्हें खेलों के महत्व के बारे में बताया।
मिनी मैराथन
राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में एक मिनी मैराथन का भी आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम आरा शहर के नई पुलिस लाइन में आयोजित किया गया। इस मिनी मैराथन में बड़ी संख्या में बच्चों ने भाग लिया।
लड़कों की श्रेणी में स्नेहिल ने पहले स्थान पर, नामण ने दूसरे और अतुल राज ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं, लड़कियों की श्रेणी में रुचि और अपाराजिता ने दूसरे और तीसरे स्थान पर कब्जा किया। विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कबड्डी प्रतियोगिता
राष्ट्रीय खेल दिवस पर कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन शाहपुर में किया गया। मारीचैया की टीम ने इस प्रतियोगिता में जीत हासिल की। कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन स्थानीय स्पोर्टिंग क्लब द्वारा किया गया था, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
निष्कर्ष
इस तरह के कार्यक्रम न केवल खिलाड़ियों को प्रेरित करते हैं, बल्कि समाज में खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाते हैं। हमें चाहिए कि हम खेल को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और स्वास्थ्य अवसरों से लाभ उठाएं। खेल जीवन में स्थायी मूल्य और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का माध्यम है।
इस राष्ट्रीय खेल दिवस के आयोजन ने न केवल खिलाड़ियों को बल्कि आम जनता को भी स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया है। आशा है कि ऐसे कार्यक्रम निरंतर होते रहें और हमें एक स्वस्थ और नशामुक्त समाज की ओर अग्रसर करें।