आगरा

आगरा-जलेसर-बारेली मार्ग की निविदा रद्द, 3 महीने में नई निविदा जारी होगी एनएचएआई के अनुसार।

आगरा-जलेसर-बारेली मार्ग का निर्माण: महत्वपूर्ण जानकारी

सुशील शर्मा | जलेसर

NHAI के आगरा के अधीक्षक इंजीनियर, रवींद्र कुमार जाइसवाल ने आगरा-जलेसर-बारेली रोड के निर्माण के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस परियोजना को रद्द नहीं किया गया है।

इस मार्ग के लिए ढाई साल पहले टेंडर जारी किया गया था, लेकिन इस परियोजना में कई बाधाएं उत्पन्न हुई थीं। ताज ट्रेपेज़ियम क्षेत्र में आने वाले कुछ मुद्दों के कारण यह निर्माण प्रभावित हुआ। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार, परियोजना में एक नई रणनीति अपनाई गई है जिसमें 10 गुना अधिक पेड़ काटने की प्रक्रिया को शामिल किया गया है। इस पेड़-बागान का कार्य इटा जिले में किया जा रहा है।

इन पेड़ों की वन संरक्षित क्षेत्र में बदलने की प्रक्रिया चल रही है, और साथ ही प्रदूषण विभाग से अनुमति प्राप्त करने की प्रक्रिया भी जारी है। इनमें से कुछ कारणों से परियोजना की लागत में वृद्धि हुई है, जिससे पुरानी निविदा को रद्द करने का निर्णय लिया गया।

NHAI ने इस मामले में सभी आवश्यक कार्रवाई की जानकारी राज्य मुख्यालय को भेज दी है। जैसे ही प्रदूषण विभाग से अनुमति मिलेगी, 2-3 महीनों के भीतर एक नया टेंडर जारी किया जाएगा। स्थानीय विधायक संजीव दीवाकर भी इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं जिससे प्रक्रिया को तेज किया जा सके।

हाल ही में, इस परियोजना को रद्द करने की अफवाहें सोशल मीडिया पर फैली थीं। विधायक दीवाकर ने इस मामले में पहल करते हुए अधिकारियों से संपर्क किया और बाधाओं को दूर करने का प्रयास किया। इससे सड़क निर्माण में प्रगति की उम्मीद बढ़ गई है।

परियोजना की लागत और समय-सारणी

आगरा-जलेसर-बारेली मार्ग की योजना निर्माण करने के लिए शुरू की गई थी, जिसमें ट्रैफिक को सुगम बनाने और क्षेत्र के विकास में योगदान देने की उम्मीद की गई थी। लेकिन इसके निर्माण में देरी के कारण अब परियोजना की लागत भी बढ़ चुकी है। अधिकारियों का मानना है कि नई निविदा को जारी करने के लिए सभी आवश्यक अनुमतियों का होना बहुत जरूरी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जब भी परियोजना को फिर से शुरू किया जाएगा, इसे पहले से बेहतर तरीके से किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी पर्यावरणीय नियमों का पालन किया जाए और आवश्यकताओं को पूरा किया जाए।

स्थानीय जागरूकता और सहयोग

स्थानीय विधायक संजीव दीवाकर इस परियोजना के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों के साथ मिलकर मौजूदा बाधाओं को खत्म करने की कोशिश की है। दीवाकर का कहना है कि वह अपने क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और निवासियों को इस परियोजना से जुड़ी हर जानकारी देंगे।

लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है, ताकि नागरिकों को इस परियोजना के फायदों के बारे में सही जानकारी मिल सके। स्थानीय समुदाय ने भी इस परियोजना के समर्थन में आवाज उठाई है, जिससे निर्माण कार्य की गति में सुधार की संभावना बढ़ती है।

पर्यावरणीय पहलू

इस परियोजना में पर्यावरणीय प्रभाव का अध्ययन भी किया गया है। सुप्रीम कोर्ट की सिफारिशों के अनुसार, नए पेड़ लगाए जाने की योजना बनाई गई है ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे। पुराने पेड़ों को काटने की बजाय अधिक पेड़ लगाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

परियोजना के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में पर्यावरण की सुरक्षा बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि निर्माण कार्य से स्थानीय जैव विविधता पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।

निष्कर्ष

आगरा-जलेसर-बारेली मार्ग का निर्माण क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। NHAI और स्थानीय प्रशासन मिलकर इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। सभी बाधाओं को दूर करने के लिए सभी संबंधित पक्षों के बीच सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है।

समुदाय का समर्थन और जागरूकता इस परियोजना को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सहायक होगी। आशा की जा रही है कि शीघ्र ही आवश्यक अनुमतियाँ प्राप्त होंगी और यह सड़क निर्माण कार्य फिर से चालू हो जाएगा।

इस प्रकार, स्थानीय नागरिकों के लिए यह केवल एक सड़क नहीं, बल्कि विकास और सुविधा का माध्यम होगा।

Related Articles

Back to top button