एशिया कप के लिए मोहम्मद शमी के न चुने जाने पर उनकी प्रतिक्रिया और फिटनेस की चर्चा

मोहम्मद शमी को एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया है। इस फैसले के बाद उन्होंने एक बड़ा बयान दिया है। शमी इस समय दलिव ट्रॉफी में ईस्ट ज़ोन के लिए खेल रहे हैं।
T20 एशिया कप 2025 9 सितंबर को अफगानिस्तान और हांगकांग के मैच के साथ शुरू होगा। इस टूर्नामेंट को लेकर प्रशंसकों में बहुत उत्साह है। भारतीय टीम हमेशा की तरह इस बार भी टूर्नामेंट जीतने की दावेदार है। हाल ही में, बीसीसीआई ने एशिया कप के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा की, जिसमें भारत के दिग्गज तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का नाम शामिल नहीं था। हालांकि, शमी दलिव ट्रॉफी में ईस्ट ज़ोन की तरफ से खेल रहे हैं। इस संदर्भ में, शमी ने बड़ा बयान दिया है।
खेल समाचार 24 से बात करते हुए मोहम्मद शमी ने कहा, “मैं बिना किसी चयन के शिकायत नहीं करूंगा। अगर मैं टीम के लिए सही हूं, तो मुझे चुनें। यदि नहीं, तो मैं इससे परेशान नहीं हूं। टीम इंडिया के लिए सर्वश्रेष्ठ करने का चयनकर्ताओं पर दायित्व है। मुझे विश्वास है कि मेरी क्षमता है और जब मुझे मौका मिलेगा, तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा। मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं।”
जब यह पूछा गया कि क्या वह एशिया कप के लिए उपलब्ध हैं या नहीं, तो उन्होंने कहा, “अगर मैं दलिव ट्रॉफी खेल सकता हूं, तो मैं T20 क्रिकेट क्यों नहीं खेल सकता?” यही नहीं, शमी ने 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी में भी खेलने की उम्मीद जताई है, जबकि उन्होंने आखिरी बार भारतीय टीम के लिए खेला था।
शमी का आईपीएल 2025 में प्रदर्शन पूरी तरह से संतोषजनक नहीं रहा। 34 वर्षीय मोहम्मद शमी आईपीएल 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का हिस्सा थे, लेकिन उनका सीजन अच्छा नहीं रहा। उन्होंने 9 मैचों में केवल 6 विकेट लिए और उनकी अर्थव्यवस्था दर 11.23 थी। कुछ मैचों में वह बेंच पर भी बैठे रहे।
दलिव ट्रॉफी 28 अगस्त से शुरू हो चुकी है, और मोहम्मद शमी पूर्वी क्षेत्र, यानी ईस्ट ज़ोन का हिस्सा हैं। सभी की नजरें उन पर होंगी, क्योंकि अगर शमी एक बार फिर से भारत की टेस्ट टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो उन्हें दलिव ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर खुद को साबित करना होगा।
शमी ने अपने करियर में कई ऊंचाइयाँ देखी हैं और अब उन्हें अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना होगा। यह एक चुनौती है, लेकिन वे इसे समय के साथ पार कर सकते हैं।
उनकी मेहनत और प्रतिबद्धता उन्हें सफल बनाएगी। इस समय सभी खेल प्रेमी उनका प्रदर्शन देखने के लिए उत्साहित हैं। अगर शमी अपनी स्थिति को मजबूत करने में सफल होते हैं, तो निश्चित ही उन्हें भविष्य में भारतीय टीम में वापसी का अवसर मिलेगा।
आगे बढ़ते हुए, शमी को यह समझना होगा कि ऐसे प्रतिस्पर्धी समय में, न केवल अपनी प्रतिभा पर बल्कि अपने मानसिक दृढ़ता पर भी ज्यादा ध्यान देना होगा। क्रिकेट एक टीम खेल है, और टीम के लिए सर्वोत्तम प्रदर्शन देने के लिए उन्हें हमेशा तैयार रहना होगा।
यदि हम उनके खेल कौशल की बात करें, तो शमी की तेज और सटीक गेंदबाजी हमेशा से ही उनकी पहचान रही है। लेकिन इस समय, एक नए किंवदंती के रूप में उभरने के लिए, उन्हें थोड़ी और मेहनत करने की आवश्यकता है।
एशिया कप उनके लिए एक बड़ा मौका हो सकता था, लेकिन अब उनकी नजर दलिव ट्रॉफी पर है। इस प्रदर्शन से वे चयनकर्ताओं को प्रभावित कर सकते हैं।
संक्षेप में, मोहम्मद शमी का एशिया कप में न होना एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन यह उनके लिए खुद को साबित करने का एक नया अवसर भी है। यदि वह अपनी क्षमता का पूरा इस्तेमाल करते हैं, तो भविष्य में उन्हें भारतीय टीम में वापस लाने का मौका मिल सकता है। सभी को उनकी मेहनत और समर्पण की प्रतीक्षा है।
आगे आने वाले समय में, मोहम्मद शमी को अपनी गेंदबाजी में निरंतरता बनाए रखते हुए अपने खेल को और बेहतर बनाना होगा। यही एकमात्र तरीका है जिससे वह एक बार फिर से भारतीय टीम में अपनी जगह सुनिश्चित कर सकते हैं।
उनके फैंस और समर्थक हमेशा उनकी सफलता की कामना करते हैं और यह उम्मीद करते हैं कि वह जल्द ही अपनी पुरानी फॉर्म में लौटेंगे। क्रिकेट के प्रति उनकी प्रेम और जुनून ही उन्हें इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
इस प्रकार, मोहम्मद शमी की स्थिति को देखते हुए, उनका ध्यान अपने खेल पर और अधिक केंद्रित होना चाहिए। क्रिकेट में कभी-कभी ठोकर खाना भी जरूरी होता है, और यह अनुभव उन्हें मजबूत बना सकता है। हम सभी उनकी सफलता की कामना करते हैं।
अंत में, हमें उम्मीद है कि मोहम्मद शमी जल्द ही अपनी पुरानी फार्म में लौटेंगे और भारतीय क्रिकेट को अपनी तेज गेंदबाजी से फिर से सजीव करेंगे। इसका इंतजार सभी क्रिकेट प्रेमियों को है, और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं।