आॅस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन मेडिसन कीस पहले दौर में हारीं, दिग्गज पेत्रा क्वितोवा ने टेनिस को अलविदा कहा

न्यूयॉर्क । आॅस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन मेडिसन कीस को अमेरिकी ओपन के पहले दौर में मैक्सिको की 82वीं रैंकिंग वाली रेनेटा जाराजुआ ने हराकर उलटफेर कर दिया। वहीं, दो बार की विंबलडन चैंपियन पेत्रा क्वितोवा ने अमेरिकी ओपन के पहले दौर में डायने पैरी से मिली हार के बाद टेनिस को अलविदा कह दिया।
छठी वरीयता प्राप्त कीस ने 89 सहज गलतियां और 14 डबल फाल्ट किये जिसकी वजह से उन्हें 7-6, 6-7, 5-6 से पराजय का सामना करना पड़ा। अन्य मुकाबलों में ब्राजील के 19 वर्ष के जोओ फोंसेका ने अमेरिकी ओपन में डेब्यू के साथ जीत दर्ज करते हुए मियोमीर केसमानोविच को 7-6, 7-6, 6-3 से हराया। वहीं कनाडा की 18 वर्ष की विकी एमबोको ने दो बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन बारबोरा क्रेसिकोवा को 6-3, 6-2 से मात दी। वहीं 2022 में सेमीफाइनल तक पहुंचीं कैरोलिन गार्सिया अपने कैरियर के आखिरी टूनार्मेंट में कामिला रखिमोवा से 6-4, 4-6, 6-3 से हारकर बाहर हो गईं।
वहीं, दो बार की विंबलडन चैंपियन पेत्रा क्वितोवा को डायने पैरी ने 6-1, 6-0 से हराया। मुकाबला खत्म होने के बाद क्वितोवा की आंखें भर आईं। दर्शक दीर्घा में मौजूद उनके पति और कोच जिरि वानेक ने उन्हें गले लगाया। पिछले साल जुलाई में बेटे को जन्म देने वाली क्वितोवा 17 महीने बाद कोर्ट पर लौटी थीं। उन्होंने इस साल की शुरूआत में ही कह दिया था कि अमेरिकी ओपन उनका आखिरी टूनार्मेंट होगा।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि कुछ सप्ताह पहले वह कोविड 19 संक्रमण का शिकार होने के कारण अमेरिकी ओपन से नाम वापिस लेने की सोच रही थीं। उन्होंने कहा, ‘सुबह उठने के बाद से मुझे लग रहा था कि कुछ अच्छा नहीं होगा। मैं खा नहीं सकी। मैं काफी नर्वस थी और कुछ कर नहीं पा रही थी। यह काफी कठिन था। मैंने कभी ऐसा अनुभव नहीं किया था।’
क्वितोवा ने 2011 में मारिया शारापोवा को हराकर विंबलडन खिताब जीता था। इसके बाद 2014 में यूजीन बूचार्ड को हराकर खिताब अपने नाम किया। आॅस्ट्रेलियाई ओपन 2019 के फाइनल में उन्हें नाओमी ओसाका ने हराया था। दिसंबर 2016 में उनके घर पर एक घुसपैठिये ने उन पर चाकू से हमला किया जिससे लगी चोट से उबरने के लिए उन्हें लंबी सर्जरी करानी पड़ी थी।