आगरा

आश्वासन मिलने के 8 घंटे बाद खोला गया बाजार

गंजडुंडवारा में व्यापारी की पिटाई के बाद मचा हड़कंप

गंजडुंडवारा में हाल ही में टेक्सटाइल व्यवसायी अंकुर गुप्ता पर हुए हमले ने व्यापार समुदाय में गहरा आक्रोश उत्पन्न कर दिया है। घटना गुरुवार रात की है, जब अंकुर गुप्ता एटा से लौट रहे थे। गनेशपुर गेट के पास उन्हें कुछ लोगों ने बेरहमी से पीट दिया, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ गई और उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना का विवरण

अंकुर गुप्ता, जो एक स्थापित कपड़ा व्यापारी हैं, घटना के समय अपने साथी के साथ कार में यात्रा कर रहे थे। रास्ते में गनेशपुर रेलवे गेट बंद था, जिससे उन्हें कार से उतरना पड़ा और वह पास के बस स्टॉप पर चले गए। अचानक, लगभग 25 अज्ञात व्यक्तियों ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया और बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। हमलावरों ने उन्हें चोर समझ लिया, जिससे गुप्ता गंभीर रूप से घायल हो गए।

पुलिस के प्रति असंतोष

मारपीट की घटना के बाद गुप्ता का परिवार और व्यापारी समुदाय पुलिस की कार्रवाई से नाखुश हैं। शीर्ष अधिकारियों ने मामले को पंजीकृत करने के बावजूद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। इस कारण व्यापारियों में गुस्सा बढ़ता गया और उन्होंने ट्रेड बोर्ड के माध्यम से बाजार को 8 घंटे के लिए बंद रखने का निर्णय लिया।

धरना प्रदर्शन

गुस्साए व्यापारियों ने राजाराम चौराहे पर एक धरना प्रदर्शन का आयोजन किया। इसमें पूर्व विधायक और वैषिया सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन मांगा। धरने में गुप्ता के परिवार के सदस्य भी थे, जिन्होंने अपने पति के जीवन के लिए सुरक्षा की मांग की। गुप्ता की पत्नी, शिल्पा गुप्ता, ने कहा कि उनके पति पर जानलेवा हमला किया गया। उन्होंने इस मामले के वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि आरोपी के चेहरे ठीक से साफ दिखाई दे रहे हैं, फिर भी पुलिस ने चार दिनों में कोई कार्रवाई नहीं की।

व्यापारियों की एकता

अब तक की स्थिति को देखते हुए व्यापारियों ने पुलिस को 30 अगस्त तक का समय दिया है, जिसमें उन्हें कार्रवाई करने की मांग की गई है। वे इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और आश्वासन मिलने तक कहीं से भी पीछे हटने के मूड में नहीं हैं।

बाजार का बंद होना

बाजार बंद होने से स्थानीय व्यापारियों में अनिश्चितता का माहौल है। वे यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिरकार इस तरह के हमलों से कैसे निपटा जाए। मामले की गंभीरता को पहचानते हुए कई व्यापारी एकजुट हो रहे हैं और एक-दूसरे का समर्थन कर रहे हैं ताकि इस समस्या का मजबूती से सामना किया जा सके। स्थानीय व्यापारिक संगठनों ने भी इस घटना की निंदा की है और सरकार से सुरक्षा के बेहतर उपाय करने की मांग की है।

संभावित समाधान

इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए, व्यापारिक समुदाय ने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि वे सड़कों पर अधिक गश्त करें और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करें। व्यापारियों का मानना है कि यदि पुलिस सख्ती से कार्यवाही करेगी तो ऐसी घटनाएँ घटित होने की संभावना कम होगी।

सुरक्षा को लेकर चिंताएं

व्यापारी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वे सवाल उठाते हैं कि आखिरकार पुलिस किस तरह से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। एटा से लौटते समय अंकुर गुप्ता पर हमले की घटना ने स्थानीय व्यापारियों के भीतर एक दहशत का माहौल बना दिया है। उन्हें डर है कि अगर इस तरह की घटनाएं जारी रहीं, तो व्यवसाय करना मुश्किल हो जाएगा।

जीवन में व्यवधान

व्यापारियों के लिए यह घटना केवल एक हमले की कहानी नहीं है, बल्कि यह उनकी रोजमर्रा की ज़िंदगी में भी व्यवधान डाल रही है। कई लोगों ने यह फैसला किया है कि वे कुछ समय के लिए अपने काम से ब्रेक लेंगे, ताकि वे मानसिक रूप से इस स्थिति से उबर सकें।

समुदाय की प्रतिक्रिया

समुदाय ने इस घटना के विरोध में आवाज उठाई है। लोगों का मानना है कि अगर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले समय में इस तरह की घटनाएँ बढ़ सकती हैं। व्यापारी समुदाय ने एकजुटता दिखाई है और आमदनी को बचाने के लिए आवाज उठाने का निर्णय लिया है।

आगे का मार्ग

आपसी सहयोग और संवाद महत्वपूर्ण है। व्यापारियों का मानना है कि अगर वे एकजुट होकर अपने मुद्दों को उठाएंगे, तो उनकी आवाज को सुना जाएगा। इसके अलावा, सत्ता में बैठे लोगों से भी अपेक्षा है कि वे इस स्थिति की गंभीरता को समझें और उचित कदम उठाएं।

निष्कर्ष

अंकुर गुप्ता पर हुए हमले की घटना ने गंजडुंडवारा के व्यापारियों को एकजुट किया है। उन्हें जल्दी ही न्याय की आवश्यकता है और यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह की घटनाएँ दुबारा न हों। व्यापारी और नागरिक एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे और सुरक्षा की मांग करेंगे। यह घटना केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे व्यापार समुदाय की है, जो उनके अधिकार और सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रही है।

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