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टिकैत की वोटर अधिकार यात्रा का समर्थन: राहुल गांधी की दिशा में काम सही, वोट चोरी पर सवाल उठाए

मुजफ्फरनगर में किसान नेता राकेश टिकैत की राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा का समर्थन

मुजफ्फरनगर में किसान नेता राकेश टिकैत ने राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा का समर्थन करते हुए कहा है कि राहुल गांधी सही दिशा में काम कर रहे हैं। टिकैत ने इस मुद्दे की शुरुआत के बारे में बताते हुए कहा कि यह मुद्दा 13 साल पहले बिहार से शुरू हुआ था और इसके ट्रायल का कार्य पांच साल पहले आरंभ हुआ था।

उन्होंने कहा कि अगर अब विपक्ष को इस मुद्दे की गंभीरता समझ में आई है, तो उन्हें इस पर सक्रियता से काम करना चाहिए। टिकैत ने वोट की चोरी के मुद्दे को भी उठाया और जिला पंचायत चुनावों का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रमुख पदों पर लोगों का चुनाव वोट की चोरी का परिणाम है।

संगीत सोम के बयान पर प्रतिक्रिया

जब पश्चिम उत्तर प्रदेश के संदर्भ में संगीत सोम के बयान की चर्चा की गई, तो टिकैत ने कहा कि सरकार मुसलमानों का इलाज करेगी। लेकिन यदि मुसलमान खुद एकजुट नहीं हो रहे हैं, तो हम क्या कर सकते हैं? उन्हें स्वयं एकत्र होना होगा। टिकैत ने कहा कि चुनाव में हारने के बाद कई बार लोग बिना सोच-समझे बयान दे देते हैं, और संगीत सोम का बयान भी इसी श्रेणी में आता है।

हरिद्वार लाठीचार्ज पर चेतावनी

हरिद्वार में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर टिकैत ने स्पष्ट किया कि 28 तारीख को वहां पंचायत की बैठक होगी। इस बैठक में प्रशासन को उचित उत्तर देना चाहिए। यदि कार्रवाई नहीं की गई, तो पंचायत में बड़ा निर्णय लिया जाएगा।

उन्होंने यहाँ यह भी कहा कि किसानों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर धरना जारी रहेगा। मुख्यमंत्री से मुलाकात 28 तारीख के बाद ही होगी। टिकैत ने पुलिस के लाठीचार्ज की आदत का भी जिक्र किया और कहा कि यह कांवड़ियों पर भी हुआ था।

टिकैत ने यह भी बताया कि पंचायत में स्मार्ट मीटर का विरोध होगा। वे उन लोगों से सवाल करना चाहेंगे जो स्मार्ट मीटर का समर्थन कर रहे हैं, वे पहले अपने घर पर मीटर लगवाएं। इसके साथ ही, एनजीटी कानून और एमएसपी गारंटी कानून जैसे मुद्दे भी उठाए जाएंगे।

उपराष्ट्रपति को लेकर सवाल

टिकैत ने एक गंभीर सवाल उठाया कि जिस देश में राष्ट्रपति भी गायब हो जाएं, वहां वोट चोरी तो एक छोटी बात है। उन्होंने उपराष्ट्रपति के बारे में प्रश्न उठाया कि वे बीमार हैं या बंधक, लेकिन इस पर कोई बयान क्यों नहीं आया? उन्होंने भारत सरकार से इस पर स्पष्टीकरण देने की मांग की।

राहुल गांधी की यात्रा की सराहना

अंततः, टिकैत ने कहा कि राहुल गांधी सही दिशा में काम कर रहे हैं। हालाँकि, विपक्ष को इस मुद्दे को समझने में 13 साल लग गए और ट्रायल का कार्य भी पांच साल पहले शुरू हुआ। अब यदि विपक्ष को इस विषय पर समझ आ गई है, तो उन्हें इसे लेकर पूरी ताकत से काम करना चाहिए।

टिकैत का यह बयान यह दर्शाता है कि उन्हें राजनीतिक मुद्दों के प्रति कितनी जागरूकता है और वे किस तरह से अपने विचारों को प्रकट कर रहे हैं। उनकी बातों से यह स्पष्ट होता है कि किसानों की आवाज़ और मताधिकार को लेकर उन्होंने कितनी गंभीरता दिखाई है।

अंत में, यह कहना उचित होगा कि राकेश टिकैत जैसे नेता किसानों के हक के लिए खुलकर बोल रहे हैं और यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि उनकी आवाज सुनी जाए। किसान आंदोलन की यह लहर किसी न किसी प्रकार से भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ लाने की कोशिश कर रही है, और वह भी इस दौरान जब चुनावों की गर्माहट आ रही है।

इस प्रकार, राकेश टिकैत का समर्थन और उनकी टीम के कार्य शेष विपक्षीय दलों को प्रेरित कर सकते हैं कि वे अधिक जिम्मेदारी से काम करें और किसानों की हितों के लिए आवाज उठाएं। दोनों समुदायों के बीच सहिष्णुता और संवाद को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है।

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