संजू सैमसन की तूफानी सेंचुरी: एशिया कप से पहले 7 छक्के और 14 चौके, गंभीर-सूरी में बढ़ा तनाव

संजू सैमसन ने हाल ही में केरल प्रीमियर लीग में एक शानदार शतक जड़ते हुए सबका ध्यान खींचा है। उन्होंने न केवल मैच जीता बल्कि अपनी बल्लेबाजी से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके शानदार प्रदर्शन ने टीम को 237 रन का लक्ष्य हासिल करने में मदद की और वे अंत में 4 विकेट से विजयी हुए।
### संजू सैमसन का प्रभावशाली प्रदर्शन
संजू सैमसन ने कोच्चि ब्लू टाइगर्स की ओर से खेलते हुए 51 गेंदों में 121 रन की शानदार पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 7 छक्के और 14 चौके लगाए, जिससे उनकी बल्लेबाजी की काबिलियत का पता चलता है। उन्होंने पहली 16 गेंदों में ही अर्धशतक बना लिया था, और इसके बाद 42 गेंदों में अपने शतक को पूरा किया। यह प्रदर्शन संकेत देता है कि वे अभी भी फॉर्म में हैं और महत्वपूर्ण मौके पर टीम के लिए योगदान देने के लिए तैयार हैं।
उनकी पारी के बाद मुहम्मद आशीक ने भी 18 गेंदों में 45 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कोच्चि ने आखिरी गेंद पर यह मैच जीता, जो दर्शाता है कि यह एक रोमांचक मुकाबला था। एरीस कोल्लम सेलोर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 236 रन का लक्ष्य रखा था। विष्णु विनोद और सचिन बेबी ने भी अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण पारियाँ खेलीं, जिससे मुकाबला और रोमांचक बन गया।
### एशिया कप की तैयारी की चिंता
संजू सैमसन का यह फॉर्म एशिया कप से पहले बहुत महत्वपूर्ण है। वह भारतीय टीम का हिस्सा हैं, और उनकी भूमिका को लेकर चर्चा चल रही है। मुख्य चयनकर्ता ने यह कहा था कि उन्हें शुरुआती मैचों में खेलने का मौका मिलेगा, लेकिन उनकी स्थिति को लेकर असमंजस बना हुआ है। शुबमैन गिल के लौटने के बाद संजू की प्लेइंग इलेवन में जगह की उम्मीदें घटी हैं।
गिल को टीम का उपकप्तान भी बनाया गया है, और यह लगभग निश्चित है कि वह अभिषेक शर्मा के साथ ओपनिंग करेंगे। लेकिन संजू सैमसन ने यह साबित कर दिया है कि वह ओपनर के रूप में भी पारी को संभाल सकते हैं। उनकी हालिया पारी ने यह दिखाया है कि अगर उन्हें मौका दिया जाए, तो वह टीम के लिए अनमोल साबित हो सकते हैं।
### पहले मैच में संघर्ष
हालांकि, पहले मैच में संजू सैमसन ने छह नंबर पर बल्लेबाजी की थी, जहां वह फ्लॉप रहे और केवल 13 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। लेकिन उस हार से निराश होने के बजाय, उन्होंने अगले मैच में अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया। उनकी अधिकतर पारियाँ लंबी और ठोस होती हैं, लेकिन कभी-कभी असफलता भी आ जाती है।
पिछली 10 पारियों में से 3 में शतक लगाना उनकी क्षमता को स्पष्ट करता है। अगर उन्हें सही मौका और स्थिति में बल्लेबाजी करने का मौका मिल जाता है, तो वह टीम को बहुत आगे ले जा सकते हैं।
### समापन विचार
संजू सैमसन का प्रदर्शन निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट के लिए एक सकारात्मक संकेत है। उनका हालिया शतक और उनकी क्रमबद्ध बल्लेबाजी ने कई सवाल उठाए हैं कि उन्हें एशिया कप में किस स्थान पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। गौतम गंभीर और सूर्यकुमार यादव जैसे कोच और कप्तान के लिए यह एक चुनौती होगी कि कैसे वे इस युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी को अपनी टीम में सही स्थान दें।
एशिया कप में भारतीय टीम को टेस्ट देने के लिए संजू का यह प्रदर्शन सही समय पर आया है और आशा है कि वह आगे भी इसी फॉर्म में बने रहेंगे। उनकी अद्भुत प्रतिभा और खेल की गहराई ने उन्हें न केवल एक अच्छे बल्लेबाज बल्कि एक संभावित मैच विनर के रूप में स्थापित कर दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि एशिया कप में उन्हें कितनी मौके दिए जाते हैं और वह उन मौकों का किस तरह से उपयोग करते हैं।