इस दवा से गुर्दे का नुकसान हो सकता है, ध्यान रखने योग्य 5 लक्षण।

गुर्दे की बीमारी के लक्षण: गुर्दे की बीमारी के पीछे कई कारण होते हैं। इनमें से एक प्रमुख कारण शरीर में विटामिन-डी का स्तर बढ़ना है। यदि किसी व्यक्ति के शरीर में विटामिन-डी की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है, तो उसे गुर्दे से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इसे मेडिकल भाषा में हाइपरविटामिनोसिस डी कहा जाता है। यह एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर के कई अंग प्रभावित होते हैं, लेकिन गुर्दे पर इसका सबसे अधिक प्रभाव होता है। आइए जानते हैं गुर्दे की विफलता और विटामिन-डी के दुष्प्रभावों के बारे में।
विटामिन-डी विषाक्तता क्या है?
विटामिन-डी विषाक्तता का मतलब है कि शरीर में विटामिन-डी की मात्रा सामान्य से अधिक है। यह विटामिन हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। विटामिन-डी एक वसा घुलनशील विटामिन है, लेकिन जब इसकी मात्रा रक्त में अत्यधिक बढ़ जाती है, तो यह शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करना शुरू कर सकता है। विभिन्न अध्ययनों में यह बताया गया है कि यह एक गंभीर स्थिति होती है, जिसमें व्यक्ति को बार-बार पेशाब करने की समस्या हो सकती है।
गुर्दे को कैसे नुकसान होता है?
गुर्दे को नुकसान पहुँचाने वाले कई कारण हो सकते हैं। एक अध्ययन में एक 76 वर्षीय व्यक्ति के मामले का उल्लेख किया गया है, जिसे गुर्दे की बीमारी का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों ने उसकी जांच की और पाया कि उसे हड्डियों को मजबूत करने के लिए विटामिन-डी का पूरक दिया गया था, लेकिन उसने अनियंत्रित तरीके से इसका सेवन किया। इससे उसके शरीर के कई हिस्सों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
गुर्दे के खराब होने के संकेत
डॉक्टरों के अनुसार, कई बार मरीज को गुर्दे की बीमारी की पहचान होने में समय लग जाता है। बुजुर्गों में, उच्च रक्तचाप की समस्या पहले से मौजूद हो सकती है। गुर्दे की बीमारी के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
कमजोरी- गुर्दे की खराबी के कारण शरीर में विषाक्त पदार्थों का स्तर बढ़ता है, जिससे व्यक्ति की शारीरिक स्थिति कमजोर पड़ जाती है।
चक्कर आना- जब शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते हैं, तो व्यक्ति को चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
अत्यधिक पेशाब- किडनी यदि ठीक से काम नहीं करती, तो मूत्र अधिक मात्रा में बनने लगता है, जिससे बार-बार पेशाब आना सामान्य होता है।
भूख में कमी- यदि शरीर के भीतर सही तरीके से भोजन का पाचन नहीं हो पा रहा है, तो भूख कम होने लगती है।
वजन में कमी- गुर्दे की समस्याओं के कारण शरीर की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है, जिससे वजन घट सकता है।
विटामिन-डी का उपभोग कैसे करें?
- आपको विटामिन-डी के लिए धूप का सेवन करना चाहिए। यह एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है।
- विटामिन-डी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। जैसे अंजीर, स्ट्रॉबेरी, केले और खजूर।
- यदि आप विटामिन-डी का पूरक ले रहे हैं, तो इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लें।