संजू सैमसन की 42 बॉल्स में सेंचुरी ने चयनकर्ता और वाइस कैप्टन को अहम संदेश दिया।

संजू सैमसन की तूफानी शताब्दी: अजीत अग्रकर को जोरदार जवाब
भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने अपनी शानदार पारियों से सबका ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने हाल ही में केरल प्रीमियर लीग में एक तूफानी शताब्दी न केवल बनायी, बल्कि इसने अजीत अग्रकर के उस बयान का भी जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि संजू सैमसन की जगह टीम इंडिया में शुबमैन गिल के लौटने पर ही होगी।
इस शताब्दी का timing बहुत महत्वपूर्ण था, क्योंकि टीम इंडिया के आगामी टी20 एशिया कप 2025 के सिर्फ कुछ ही दिन बचे थे। इस वक्त, संजू सैमसन की पहचान और स्थान को लेकर काफी चर्चाएँ चल रही थीं।
तूफानी पारी का आगाज़
संजू सैमसन ने 51 गेंदों में 121 रन बनाए, जिसमें 14 चौके और 7 छक्के शामिल थे। यह पारी तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में खेली गई, जहां उन्होंने अपनी टीम को 237 रनों के लक्ष्य के करीब पहुँचाया। इस मैच में उन्होंने पहली बार ओपनिंग की, जो उनके लिए एक नई भूमिका थी। पहले सैमसन मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर रहे थे और एक फिनिशर की भूमिका निभाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अजीत अग्रकर का बयान यह संकेत दे रहा था कि ओपनिंग की स्थिति में उनके लिए कोई स्थान नहीं है।
सैमसन का यह कदम उनके लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। उन्होंने अपनी पारी को जिस गति से आगे बढ़ाया, उससे साफ हो गया कि वो सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। केवल 16 गेंदों में एक फिफ्टी और 42 गेंदों में शतकीय पारी खेलकर, उन्होंने यह साबित कर दिया कि उन्हें ओपनिंग में भी खेलना चाहिए।
टीम के लिए जीत
संजू सैमसन की इस शानदार पारी के बावजूद, उन्हें अंत में आउट कर दिया गया, परंतु उनकी टीम ने रोमांचक मुकाबले में जीत हासिल की। मुहम्मद आशीक ने 18 गेंदों में 45 रन बनाकर टीम को एक यादगार जीत दिलाई। इस प्रकार, सैमसन ने अपनी भूमिका को न केवल साबित किया बल्कि अपने टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान भी दिया।
एशिया कप में भविष्य का सवाल
संजू सैमसन को आगामी T20 एशिया कप के लिए भारतीय टीम में जगह दी गई है, लेकिन इस दौरान अजीत अग्रकर ने कहा कि शुबमैन गिल के लौटने पर ही वो ओपनिंग करेंगे। यह स्थिति संजू सैमसन के लिए कठिन साबित हो सकती है। उनके प्रदर्शन को देखते हुए, यह कहना मुश्किल है कि क्या उन्हें आगे भी ओपनिंग करने का मौका मिलेगा या नहीं।
संजू सैमसन ने अपनी इस शताब्दी के जरिए एक संदेश दिया है कि अगर शुबमैन गिल उपलब्ध नहीं होते हैं, तो वह टीम के मुख्य खिलाड़ियों में से एक है। अब यह मुख्य चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है कि वे सैमसन और गिल के बीच किसे प्राथमिकता देते हैं।
निष्कर्ष
संक्षेप में कहा जाए तो, संजू सैमसन की इस तूफानी पारी ने न केवल उन्हें फिर से चर्चा में ला दिया है, बल्कि चयनकर्ताओं के सामने एक चुनौती भी उत्पन्न कर दी है। क्या वे सैमसन को उसके उत्कृष्ट प्रदर्शन के बाद फिर से अवसर देंगे या शुबमैन गिल को प्राथमिकता देंगे, यह समय बताएगा। लेकिन वर्तमान में, सैमसन ने अपने बल्ले से सभी को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि वे टीम के लिए एक महत्त्वपूर्ण खिलाड़ी हैं।
इस पारी ने संजू सैमसन की क्षमता को दिखाया है और यह सवाल उठाया है कि क्या उन्हें भविष्य में और अधिक अवसर मिलने चाहिए। खेल के इस दौरान, संजू ने साबित कर दिया है कि वह सिर्फ एक विकेटकीपर नहीं, बल्कि एक सक्षम सलामी बल्लेबाज भी हैं जो किसी भी टीम के लिए योगदान दे सकते हैं।
इसलिए, अब भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों की निगाहें एशिया कप पर टिकी होंगी, जहाँ वो देखना चाहेंगे कि संजू सैमसन अपनी शानदार फॉर्म को बनाए रखते हैं या नहीं।