इजरायल-गाजा युद्धविराम पर ताजा जानकारी: आईडीएफ प्रमुख नेतन्याहू से बंधक विनिमय स्वीकार करने की सलाह देते हैं; क्या हमास इजरायल से समझौता करेगा? वैश्विक हिंदी समाचार

इजरायल के प्रमुख रक्षा स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल आईक्यू जमीर की अपील
इजरायल और गाजा के बीच टकराव के पिछले दो वर्षों में, शांति समझौते की कोई स्पष्ट संभावना नहीं नजर आ रही है। गाजा में संकट गहरा हो चुका है, जहाँ अकाल और भुखमरी जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो रही हैं। इस संकट के बीच, इजरायल की सेना के उच्च अधिकारी ने महत्वपूर्ण बयान दिया है। रक्षा स्टाफ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आईक्यू जमीर ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से अनुरोध किया है कि वे हमास के साथ बंधक के पारगमन समझौते को मान्यता दें।
सौदा स्वीकार करने की आवश्यकता
इजरायली सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जमीर ने हाल ही में हाइफा नेवी बेस की यात्रा के दौरान यह जानकारी दी कि उनके सामने एक बंधक सौदे का प्रस्ताव है, जिसे स्वीकार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव पर बातचीत हो रही है, और यह महत्वपूर्ण है कि इसे शीघ्रता से साकार किया जाए। उनका कहना है कि सेना ने इसके लिए आवश्यक परिस्थितियाँ तैयार कर दी हैं, लेकिन अंतिम निर्णय प्रधानमन्त्री पर निर्भर है। जमीर ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका दृष्टिकोण इजराइल के नागरिकों की इच्छा के अनुरूप है, जो एक समग्र समझौता चाहते हैं, जिसके तहत 50 बंधकों की वापसी हो सके और युद्ध समाप्त हो सके।
हमास के पास इजरायली बंधकों की स्थिति
अनादोलू एजेंसी के अनुसार, इजरायल ने अनुमान लगाया है कि हमास ने लगभग 50 इजरायली बंधकों को अपने पास रखा है, जिनमें से 20 के जीवित रहने की संभावना कम है। वहीं, इजरायल ने 10,800 से अधिक फिलिस्तीनियों को हिरासत में लिया है। मानवाधिकार संगठनों ने इन कैदियों के साथ दुर्व्यवहार और चिकित्सा देखभाल की उपेक्षा के मामलों की रिपोर्ट की है।
गाज़ा में स्थिति और हमले
हाल ही में गाज़ा में इजरायल द्वारा भारी हमले किए गए हैं। पिछले शुक्रवार को, इजरायल के रक्षा मंत्री ने गज़ा शहर पर अपने नियंत्रण को बढ़ाने के लिए सैन्य योजनाओं को मंजूरी दी। रविवार की सुबह, सुरक्षाबलों ने गाज़ा के पूर्वी और उत्तरी इलाकों में भीषण बमबारी की, जिससे कई इमारतें और घर ध्वस्त हो गए। स्थानीय निवासियों ने इन हमलों की तीव्रता के बारे में शिकायत की है, और जारी विस्फोटों के परिणामस्वरूप बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान हुआ है।
मानव हानि का आंकड़ा
गाज़ा की स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 में हो रहे संघर्ष में अब तक 62,700 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें अधिकांश नागरिक शामिल हैं। इजरायल के हमलों में अक्टूबर में 1,219 इजरायली नागरिकों की जान गई, जिनमें भी अधिकतर सामान्य नागरिक थे। इस आंकड़े से यह स्पष्ट है कि मौजूदा में युद्ध का प्रभाव नागरिकों पर अधिक पड़ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और ICC का मामला
गैर सरकारीय संस्थाओं और मानवाधिकार संगठनों की रिपोर्टों के आधार पर, पिछले साल इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने गाज़ा में युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह वारंट ऐसे समय में आया है जब इजरायल और गाज़ा के बीच की स्थिति और भी विकराल हो गई है।
निष्कर्ष
इस जटिल स्थिति की जड़ें बहुत गहरी हैं। गाज़ा के निवासियों को न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और सामाजिक रूप से भी भारी छोटे उठाने पड़ रहे हैं। नागरिकों की सुरक्षा, मानवाधिकार, और शांति के लिए बातचीत आवश्यक है। इस तरह की स्थिति में केवल युद्ध और संघर्ष ही नहीं, बल्कि एकमात्र रास्ता बातचीत और समर्पण से गुजरता है।
इसलिए, लेफ्टिनेंट जनरल आईक्यू जमीर का बयान और वे जिन परिस्थितियों की ओर इशारा कर रहे हैं, वे महत्वपूर्ण हैं। भले ही निर्णय अंततः प्रधानमंत्री के हाथ में हो, लेकिन यह स्पष्ट है कि वर्तमान परिदृश्य में एक शांति समझौता जरूरी है। भविष्य में शांति की संभावनाओं को देखते हुए, सभी पक्षों को गंभीरता से विचार करना चाहिए।