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लालू यादव के बयान के अनुसार, यह विषय बहुत महत्वपूर्ण है।

लालू यादव का पीएम मोदी पर हमला: बिहार में राजनीतिक हलचल

बिहार विधानसभा चुनावों के समीप, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया गई यात्रा ने राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी का यह दौरा महज बिहार की राजनीति को अपने पक्ष में करने का एक प्रयास है, खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनकल्याण योजनाओं को लेकर।

लालू यादव ने कहा कि पीएम मोदी केवल नीतीश कुमार के समर्थन में प्रचार करने के लिए गए हैं और इसके पीछे उनकी राजनीतिक रणनीतियां निहित हैं। उन्होंने तेजशवी यादव, जो कि आरजेडी के नेता हैं, के साथ मिलकर एक मोर्चा खोला है। तेजशवी ने भी बयान दिया है कि गया में पीएम मोदी का कार्यक्रम सिर्फ झूठ और गुमराह करने वाले वादों का एक साधन है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार में 11 वर्षों तक पीएम मोदी की सरकार के तहत जो हुआ है, उसके लिए लोगों को जवाब देना होगा। साथ ही, नीतीश कुमार की 20 वर्षों से चल रही सरकार को भी आड़े हाथों लिया।

सोशल मीडिया पर हमला

लालू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पीएम मोदी के दौरे को लक्ष्य बनाते हुए एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा, “गया को पिंडदान के लिए जाना जाता है। यदि पीएम मोदी गया में आ रहे हैं, तो यह समझा जा सकता है कि बिहार को विशेष दर्जा नहीं देने और पिछड़ा वर्ग को उनके अधिकारों से वंचित करने वाली इस सरकार की वास्तविकता क्या है। यह सरकार संविधान के संस्थानों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है, और बिहार को गरीब और अपराध से ग्रस्त बनाने का खामियाजा भुगत रही है।”

प्रधानमंत्री मोदी का बिहार दौरा कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने वाला है, जिसमें लगभग 13 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली योजनाओं की घोषणा की गई है। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अन्य एनडीए नेताओं की उपस्थिति में होगा। इस प्रकार, बिहार में वर्चस्व बनने की होड़ में सभी पार्टियां अपना दमखम लगाती नजर आ रही हैं।

तेजशवी यादव का गीत

तेजशवी यादव ने भी पीएम मोदी के खिलाफ अपने तेवर दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक गीत साझा किया, जिसमें उन्होंने मोदी पर झूठे वादे करने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। यह गीत राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में एक नई शैली को दर्शाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है।

तेजशवी ने कहा कि भाजपा की सरकार ने बिहार के लोगों को निराश किया है और अब शासकों को अपने कार्यों का जवाब देना होगा। यह गीत न केवल चुनावी जंग का हिस्सा है, बल्कि एक बड़ा संदेश भी है कि बिहार की जनता अब और यु-टर्न नहीं सहन करेगी।

क्यों है गई यात्रा का महत्व?

गया की यह यात्रा केवल एक चुनावी रैली नहीं है, बल्कि यह बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण घटनाओं की श्रृंखला का हिस्सा है। पीएम मोदी का यह दौरा कई परियोजनाओं का प्रतीक है, जो उन्हें अपनी उपलब्धियों के रूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं। चली आ रही सरकारों के नाकामियों को छुपाने के लिए वोटबैंक बनाने का एक प्रयास भी हो सकता है।

गया में मोदी का कार्यक्रम साथ ही आगामी विधानसभा चुनावों में बिहार की राजनीति का एक मुख्य पहलू बन रहा है। बिहार के लिए यह चुनाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न मुद्दों ने जोर पकड़ा है, जैसे कि भ्रष्टाचार, विकास के मुद्दे, और सामाजिक न्याय।

निष्कर्ष

बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में जो भी हलचल होगी, उसकी नींव इस समय रखी जा रही है। लालू प्रसाद यादव और तेजशवी यादव की रणनीतियों का यह दौरा दर्शाता है कि विपक्ष अपने मुद्दों को कैसे उठाने का प्रयास करेगा।

समानांतर में, पीएम मोदी का यह दौरा यह दर्शाएगा कि केंद्र सरकार राज्य की विकास यात्रा को किस प्रकार आगे बढ़ाने की योजना बना रही है। बिहार की जनता यह देखेगी कि कौन सा दल अपनी बातों में गंभीर है, और किसके वादे केवल चुनावी मोड़ पर हैं।

बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में आने वाले बदलावों के लिए सभी राजनीतिक दलों को अपनी रणनीतियों को और मजबूत बनाना होगा। ऐसे में, आने वाले विधानसभा चुनावों में जनता का मूड और निर्णय दोनों ही काफी महत्वपूर्ण साबित होंगे।

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