चार दिवसीय डेन्डायल मेला 18 सितंबर से मथुरा में शुरू होगा

मथुरा: डेन्डायल धाम में मेला की तैयारी
मथुरा के फराह क्षेत्र में डेन्डायल धाम में चार दिनों का मेला आयोजित करने की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। यह मेला इस साल भरैया जनसंघ के संस्थापक पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जन्म वर्षगांठ के अवसर पर मनाया जाएगा। मेले की तारीख 18, 19, 20 और 21 सितंबर निर्धारित की गई है।
मेले की विशेषताएँ
इस बार के मेले को एक नीले रंग के थीम पर तैयार किया जा रहा है, जो इसे और भी आकर्षक बनाएगा। मेले में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाने की योजना है, जिसमें कुश्ती दंगा, किसान सेमिनार, बृज उद्यानों के सांस्कृतिक कार्यक्रम, रसिया दंगल, और कावी सैमेलन प्रमुख आकर्षण होंगे।
श्रमिकों की बैठक
डेन्डायल धाम में मेले से जुड़े श्रमिकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई है। इस बैठक में मेले से संबंधित विभिन्न योजनाएँ चर्चा की गई हैं। पिछले वर्षों की तरह, इस बार भी वीआईपी और वीवीआईपी मेहमानों के आने की संभावना है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मेले के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
विशेष अतिथि
इस साल, मेले में कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों की उपस्थिति की आशा है। गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जैसे नामचीन नेताओं के मेले का हिस्सा बनने की संभावना है। इसके अलावा असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वश्मा का नाम भी चर्चा में है।
तैयारी के चरण
फेयर कमेटी के सार्वभौमिक समिति के प्रमुख नीरज गर्ग ने बताया कि मेले और प्रदर्शनी का आयोजन 18 सितंबर से प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि यह मेले का आयोजन स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ कृषि को प्रोत्साहित करने का एक माध्यम भी है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस मेले में बृज क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा। कई स्थानीय कलाकारों द्वारा संगीत, नृत्य, और नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे, जो मेले को और जीवंत बना देंगे।
कुश्ती दंगा
कुश्ती दंगा इस बार के मेले का एक प्रमुख आकर्षण होगा। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के कुश्ती मैच आयोजित किए जाएंगे, जिसमें स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के पहलवान भाग लेंगे।
किसान सेमिनार
किसानों के लिए विशेष सेमिनार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कृषि उत्पादन, तकनीकी उपाय, और आधुनिक कृषि विधियों के बारे में चर्चा की जाएगी। विभिन्न विशेषज्ञ भी इस सेमिनार में उपस्थित रहेंगे ताकि किसानों को लाभ पहुंचा सकें।
रिटेल स्टॉल्स
मेले में विभिन्न प्रकार के रिटेल स्टॉल्स भी लगाए जाएंगे, जहाँ स्थानीय उत्पादों, हस्तशिल्प, और खाद्य पदार्थों की बिक्री की जाएगी। इस प्रकार, मेले में उपस्थित लोग स्थानीय व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था
मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कई सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा सुरक्षा के उचित प्रबंध किए जाएंगे ताकि मेले में आने वाले सभी व्यक्ति सुरक्षित महसूस कर सकें।
अंत में
यह मेला न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करने में मदद करेगा।
इस प्रकार, मथुरा का यह महोत्सव हर साल की तरह इस बार भी अपने रंग-रूप और कार्यक्रमों के साथ खास होगा। हम सभी को इस मेले का बेसब्री से इंतजार है, और आशा है कि यह मेले में भाग लेने वालों के लिए यादगार अनुभव बनने वाला है।