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इजराइल ने गाजा-सिटी पर कब्जे की प्लानिंग को मंजूरी दी:60 हजार रिजर्व फोर्स को ड्यूटी पर बुलाया

तेल अवीव । इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने गाजा सिटी पर कब्जा करने की योजना को मंजूरी दी है। इसके लिए उन्होंने करीब 60 हजार एक्स्ट्रा सैनिकों (रिजर्व फोर्स) को ड्यूटी पर बुलाने का आदेश दिया है। इजराइल के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को इसकी पुष्टि की।
इजराइल ने गाजा सिटी पर कब्जे के लिए 1.30 लाख सैनिकों को मोर्चे पर तैनात करने का फैसला किया है। सैनिकों को ड्यूटी जॉइन करने से कम से कम 2 हफ्ते पहले नोटिस दिया जाएगा।
पहली खेप में 2 सितंबर को करीब 40-50 हजार सैनिक बुलाए जाएंगे। दूसरी खेप नवंबर-दिसंबर में और तीसरी फरवरी-मार्च 2026 में बुलाई जाएगी।
गाजा सिटी पर कब्जे के अभियान को गिदोनह्णस चेरीअट्स-बी नाम दिया गया है। इस दौरान पहले से ड्यूटी कर रहे हजारों रिजर्व सैनिकों की सेवा 30-40 दिन और बढ़ा दी जाएगी।
इस कार्रवाई में 5 आर्मी डिवीजन शामिल रहेंगी। इसमें 12 ब्रिगेड-लेवल टीमें होंगी, जिनमें पैदल सेना, टैंक, तोपखाना, इंजीनियरिंग और सपोर्ट यूनिट शामिल होंगी। इसके अलावा गाजा डिवीजन की नॉर्थ और साउथ ब्रिगेड भी हिस्सा लेंगी।
इजराइल यह कदम हमास पर दबाव बढ़ाने के लिए उठाया गया है, क्योंकि गाजा में लगभग दो साल से चल रहे युद्ध को रोकने के लिए एक नई शांति योजना पर काम हो रहा है।
इस नई योजना में 60 दिन तक युद्ध रोकने, बंधकों को चरणबद्ध तरीके से छोड़ने, कुछ फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने और गाजा में खाने-पीने की चीजें पहुंचाने पर बात हो रही है।
कतर ने कहा कि यह योजना पहले की एक योजना जैसी है, जिसे इजराइल ने मंजूर किया था। मिस्र ने कहा कि अब इजराइल को फैसला करना है।
इजराइली सेना ने बताया है कि गाजा सिटी पर कब्जे की तैयारी शुरू हो चुकी है। अभी गाजा सिटी के बाहरी इलाकों में आॅपरेशन चल रहा है। जैतून इलाके में नहल और 7वीं आर्मर्ड ब्रिगेड आॅपरेशन चला रही है। वहीं एक दूसरे इलाके, जबालिया में गिवाती ब्रिगेड कफ्र आॅपरेशन को अंजाम दे रही है।
यह अभियान कई स्टेप में चलेगा। सबसे नागरिकों को गाजा सिटी खाली करने का नोटिस मिलेगा। इसके लिए अंतिम तारीख 7 अक्टूबर 2025 तय की गई है। इसके बाद सेना शहर को चारों तरफ से घेरकर अंदर बढ़ेगी।
इजराइल ने गाजा सिटी से लगभग 10 लाख लोगों को साउथ गाजा भेजने का प्लान बनाया है। इसके लिए राहत केंद्र, टेंट और फील्ड अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं। खान यूनिस में भी यूरोपियन अस्पताल फिर से शुरू किया जाएगा।
इजराइल का मकसद गाजा सिटी में उन इलाकों में घुसना है, जहां हमास के कब्जे में अभी भी कई बंधक होने की आशंका है। ये वो इलाके हैं जहां अब तक इजराइली सेना ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई नहीं की है।
हालांकि, अगर इजराइल-हमास के बीच कैदियों की रिहाई और युद्धविराम का समझौता हो जाता है तो यह योजना टल भी सकती है। फिलहाल गाजा में आतंकी गुटों के पास 50 बंधक हैं। अनुमान है कि इनमें बंधक अभी भी 20 जिंदा हैं, जबकि 28 मारे जा चुके हैं।
हमास ने गाजा में सीजफायर और इजराइली बंधकों की रिहाई के समझौते पर सहमति जताई है। अमेरिका, मिस्र और कतर की मध्यस्थता के बाद यह प्रस्ताव अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने जून में पेश किया था।
इसके तहत शुरूआती 60 दिनों के सीजफायर के दौरान, हमास जिंदा बचे इजराइली कैदियों को दो चरणों में रिहा करेगा। साथ ही स्थायी युद्धविराम पर बातचीत होगी।
हालांकि, इसपर अब तक इजराइल की प्रतिक्रिया नहीं आई है। इससे पहले 12 अगस्त को नेतन्याहू ने कहा था कि वह किसी समझौते को तभी स्वीकार करेगा जब सभी बंधकों को एक बार में रिहा कर दिया जाएगा।

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