जीवन शैली

मधुमेह जागरूकता पर सम्मेलन: जीवनशैली में बदलाव और नई दवाओं पर चर्चा, राहत की संभावनाएं।

गोविंदपुर में सम्मेलन: मधुमेह विशेषज्ञों का स्वास्थ्य पर जोर

गोविंदपुर में हाल ही में आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रसिद्ध मधुमेह विशेषज्ञ डॉ। अनुज महेश्वरी ने मधुमेह और रक्तचाप जैसी बीमारियों के प्रभावी इलाज के लिए जीवनशैली में बदलाव और नई दवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। यह सम्मेलन RSSDI के झारखंड चैप्टर द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें विभिन्न राज्यों के चिकित्सा विशेषज्ञ मौजूद थे।

डॉ। महेश्वरी ने कहा कि अगर हम अपनी जीवनशैली में सुधार लाते हैं, तो इससे हम मधुमेह और रक्तचाप जैसी समस्याओं को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि नई दवाओं का उपयोग भी अनिवार्य है, जो रोगियों के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लखनऊ से आए डॉ। महेश्वरी ने सम्मेलन में बताया कि प्रोटोकॉल और दिशानिर्देशों का पालन करना रोगियों के बेहतर उपचार में सहायक होता है और चिकित्सा समस्याओं की रोकथाम में मदद करता है।

सम्मेलन में चर्चा का मुख्य विषय मधुमेह और इससे जुड़ी जटिलताएँ थी। विभिन्न सत्रों में मोटापा, फैटी लीवर, हृदय और गुर्दे की समस्याएँ तथा इनका इलाज करने के लिए उपलब्ध नई दवाओं पर विचार विमर्श किया गया। आयोजन समिति के सचिव डॉ। अजय पटवारी ने बताया कि रोगियों के उपचार में प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य है। साथ ही, डॉ। बिनोद कुमार सिंह ने कहा कि इस सम्मेलन से मिली जानकारी से चिकित्सक रोगियों को और प्रभावी तरीके से सेवा दे सकेंगे।

डॉ। गोपाल चटर्जी ने मधुमेह और रक्तचाप को रोकने के लिए जीवनशैली में बदलावों को सबसे महत्वपूर्ण कुंजी के रूप में पेश किया। उन्होंने कहा कि हम यदि अपनी दिनचर्या में कुछ छोटे बदलाव करें, जैसे कि संतुलित आहार लेना और नियमित व्यायाम करना, तो इससे हमारे स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।

डॉ। संजय अग्रवाल ने सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स के क्षेत्र में प्रगति के बारे में बताया। उन्होंने डिजिटल और NABH प्रमाणित क्लीनिकों की भूमिका पर जोर दिया और कहा कि ये भविष्य में रोगियों को गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में महत्वपूर्ण होंगे।

सम्मेलन में अनेक वक्ताओं ने पोषण, व्यायाम और नई दवाओं के मद्देनजर बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और अस्पताल में भर्ती मरीजों में मधुमेह प्रबंधन की विभिन्न विधियों पर विचार किया। इस चर्चा में डॉ। जयंत पांडा, डॉ। संजीब मेदी, डॉ। कार्तिक, डॉ। अजय तिवारी, डॉ। रुतुल, डॉ। रमेश गोएंका, डॉ। सुरेश बंसल, डॉ। सुप्रियो मुखर्जी और डॉ। मनीष जैसे विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।

सम्मेलन के अंत में यह घोषणा की गई कि अगले वार्षिक सम्मेलन का आयोजन जनवरी 2026 में देओगी में किया जाएगा। आयोजन सचिव डॉ। गौरी शंकर सिंह ने कहा कि बाबा वैद्यनाथ शहर इस कार्यक्रम के लिए पूरी तरह से तैयार होगा और यह एक प्रतिष्ठित आयोजन होगा जिसमें देशभर के विशेषज्ञ और गणमान्य व्यक्तियाँ शामिल होंगे।

ग्रामीणों में बढ़ता मधुमेह: एक मुफ्त परीक्षण कैंप

कुम्हारीह गांव में हाल ही में एक मुफ्त मधुमेह परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन सिंध्री विधायक चंद्रदेव महतो ने किया। उन्होंने कहा कि पहले मधुमेह को केवल शहरी और आरामदायक जीवन जीने वाले लोगों की बीमारी माना जाता था, लेकिन अब यह परेशानी ग्रामीणों में भी बढ़ रही है।

MLA ने RSSDI द्वारा कुम्हारीह गांव को तीन साल के लिए अपनाने के निर्णय की सराहना की और गांव के लोगों को हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया। डॉ। अनुज महेश्वरी ने बताया कि झारखंड के विभिन्न जिलों की शाखाएं कई गांवों को अपना रही हैं, जहां नियमित स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं।

इस अवसर पर समाजसेवी मनोज अग्रवाल और नागरिक समिति के अध्यक्ष नंदलाल अग्रवाल को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। डॉ। अजय पटवारी ने कहा कि अगले तीन वर्षों तक इस गांव में हर महीने एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मधुमेह एवं अन्य बीमारियों की जांच की जाएगी।

इस शिविर में 40 ग्रामीणों की जांच की गई और उन्हें मधुमेह परीक्षण मशीनें वितरित की गई। डॉक्टरों की एक टीम ने रोगियों की जांच की, जिसमें डॉ। यूके ओझा, डॉ। विनय ढांधनी, डॉ। एनके सिंह, डॉ। गोपाल चटर्जी, डॉ। वीके पांडे, डॉ। उल विश्वकर्मा और डॉ। संदीप मेगी शामिल थे।

इस प्रकार, गोविंदपुर का सम्मेलन और कुम्हारीह गांव का परीक्षण शिविर दोनों ही मधुमेह के प्रति जागरूकता फैलाने और रोगियों की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। यह न केवल डॉक्टरों और चिकित्सा विशेषज्ञों के लिए अवसर है, बल्कि इससे ग्रामीण लोगों को भी लाभ पहुँचकर उनके स्वास्थ्य में सुधार लाने की दिशा में एक सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button