काउंसिल स्कूलों में सत्र परीक्षा 25 तारीख से – मथुरा समाचार

मथुरा: सत्र परीक्षा का कार्यक्रम
मथुरा में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में सत्र परीक्षा 25 अगस्त से शुरू होने जा रही है। इस वर्ष परीक्षा प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए हैं। अब, पाठ्यक्रम को विभाजित करने के बाद, प्रश्न ब्लैक बोर्ड पर लिखे जाएंगे। यह पहली बार होगा जब सत्र परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र मुद्रित नहीं किए जाएंगे। इस बार स्कूल के शिक्षकों द्वारा प्रश्न पत्र तैयार किया गया है, जिससे शिक्षकों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
जिले के 1536 काउंसिल स्कूलों में सत्र परीक्षा 25 अगस्त से शुरू होगी। पहले यह परीक्षा 18 अगस्त से शुरू होने वाली थी, लेकिन अब इसे एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया है। इन स्कूलों में लगभग एक लाख उम्मीदवार परीक्षा में भाग लेंगे।
परीक्षा का कार्यक्रम
25 अगस्त को पहली पाली में कक्षा पहली से पांचवीं के लिए सुबह 8:30 से 10:30 बजे तक सभी विषयों की मौखिक परीक्षा होगी। इस दिन बुनियादी शिल्प, कला, कृषि, गृह शिल्प, खेल, शारीरिक शिक्षा और कक्षा छह से आठ के लिए स्काउट गाइड का परीक्षण भी किया जाएगा।
उसी तरह, 26 अगस्त को पहली पाली में हिंदी और विज्ञान की परीक्षा आयोजित की जाएगी, जबकि दूसरी पाली में संस्कृत और उर्दू की परीक्षाएं होंगी। पूरे शहर में परीक्षा को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
परीक्षा की तैयारी
जिला बुनियादी शिक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि पाठ्यक्रम को विभाजित करके सत्र परीक्षा में प्रश्न तैयार किए जाएंगे। यह बदलाव शिक्षा प्रणाली में एक नई दिशा देने का प्रयास है, जो छात्रों को परीक्षा के द्वारा दी गई सामग्री की गहरी समझ विकसित करने में मदद करेगा।
परीक्षा तैयारी में जुटे शिक्षकों का कहना है कि यह प्रणाली छात्रों को उनकी समझदारी का मूल्यांकन करने में सहायता करेगी, न कि केवल रटने की प्रवृत्ति पर।
विद्यार्थियों और अभिभावकों की प्रतिक्रियाएं
परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ अभिभावकों का मानना है कि प्रश्न पत्र का ब्लैक बोर्ड पर लिखना छात्रों के लिए एक नई चुनौती होगी, जबकि कुछ इसे सकारात्मक परिवर्तन मानते हैं।
छात्रों का कहना है कि मौखिक परीक्षा से उन्हें अपनी भाषा और विषय पर पकड़ मजबूत करने का अवसर मिलेगा। वहीं, कई बच्चों ने कहा कि उन्हें इस नई प्रणाली में थोड़ी कठिनाई महसूस हो रही है, लेकिन वे इसके लिए तैयार हैं।
आइंदा की योजना
मथुरा के शिक्षा विभाग ने भविष्य में और अधिक सुधार करने की योजना बनाई है। इसके अंतर्गत परीक्षा प्रणाली में और भी बदलाव लाए जाएंगे ताकि छात्रों की शिक्षा को और बेहतर बनाया जा सके।
जिला कलेक्टर ने इस परीक्षा पर नजर रखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सभी स्कूलों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि परीक्षा के दौरान कोई भी नाजायज गतिविधियाँ न हो।
मथुरा में शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे ये बदलाव इस बात का संकेत हैं कि हमारी शिक्षा प्रणाली विद्यार्थियों की आवश्यकताओं के अनुसार विकसित हो रही है। छात्रों की सफलता को प्राथमिकता देते हुए, सभी शिक्षण संस्थान इन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस परीक्षा प्रणाली के माध्यम से यह उम्मीद की जा रही है कि विद्यार्थी अधिक रचनात्मक और ज्ञानवर्धक तरीके से सीखने के लिए प्रेरित होंगे। सफलता के इस नए चरण में सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, और अभिभावकों को महत्वपूर्ण योगदान निभाना होगा ताकि हम एक मजबूत शिक्षा व्यवस्था की ओर बढ़ सकें।
निष्कर्ष
इस प्रकार, मथुरा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में सत्र परीक्षा 25 अगस्त से शुरू होगी, जो न केवल छात्रों के लिए एक चुनौती होगी, बल्कि शिक्षकों के लिए भी अपने ज्ञान और शिक्षण कौशल को प्रदर्शित करने का एक अवसर साबित होगी। सभी की सहभागिता के साथ, हम इस दिशा में एक सकारात्मक बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं।
सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ और परीक्षा में उत्कृष्टता की कामना। इस सत्र परीक्षा का आयोजन सभी के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक बनेगा।