जीवन शैली

MNPS ऑडिटोरियम में छात्रों के लिए जीवन शैली रोगों पर संगोष्ठी आयोजित, बीमारियों की जानकारी साझा की गई।

लाइफस्टाइल रोग पर विशेष संगोष्ठी का आयोजन

MNPS ऑडिटोरियम में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए लाइफस्टाइल रोग पर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी की अध्यक्षता डॉ. राशिद इकबाल ने की, जो सैफाल इंस्टीट्यूट के मुख्य संरक्षक और एमजीएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के वरिष्ठ निवासी हैं।

इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य छात्रों को मोटापे, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसे जीवन शैली से संबंधित रोगों के बढ़ते खतरे से अवगत कराना था। डॉ. इकबाल ने इस विषय पर बात करते हुए बताया कि आधुनिक जीवनशैली के कारण ये रोग तेजी से फैल रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि इन रोगों को रोकने के लिए कुछ सरल उपायों का पालन करना बहुत आवश्यक है।

जीवनशैली में सुधार के लिए सुझाव

डॉ. इकबाल ने अपनी चर्चा में यह स्पष्ट किया कि कैसे जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि नियमित रूप से पर्याप्त नींद लेना, व्यायाम करना, तनाव-मुक्त रहना, फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाना और पैकेज्ड फूड से बचना अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये सभी बातें न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी लाती हैं।

संगोष्ठी के अंत में एक प्रश्न-उत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस सत्र के दौरान, डॉ. इकबाल ने छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान किया और उन्हें अपनी जीवनशैली में सुधार करने के लिए व्यावहारिक सुझाव दिए।

कैरियर के अवसरों पर चर्चा

इस कार्यक्रम के दौरान, विशाल और असद, जो कि आईआईटी खड़गपुर के पूर्व छात्र हैं, ने भी उपस्थित छात्रों को इंजीनियरिंग क्षेत्र में उपलब्ध कैरियर के अवसरों के बारे में मार्गदर्शन किया। उन्होंने बताया कि विज्ञान और तकनीकी में करियर बनाने के लिए क्या आवश्यकताएँ हैं और किस प्रकार एक छात्र अपनी रुचियों और क्षमताओं के अनुसार अपने करियर का चयन कर सकता है।

विशाल और असद ने अपने अनुभव साझा किए और छात्रों को प्रेरित करने का प्रयास किया। उनकी बातें सुनकर छात्रों में उत्साह और ऊर्जा का संचार हुआ।

छात्रों की सक्रिय भागीदारी

कुल मिलाकर, इस संगोष्ठी ने छात्रों को न केवल स्वास्थ्य के मुद्दों की जानकारी दी, बल्कि उन्हें अपने भविष्य के लिए भी प्रेरित किया। छात्रों ने न केवल सवाल किए, बल्कि अपने विचार भी साझा किए, जिससे बातचीत का माहौल और अधिक सारगर्भित हो गया।

निष्कर्ष

इस प्रकार की संगोष्ठियाँ छात्रों के समग्र विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह न केवल उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करती हैं, बल्कि उन्हें अपने करियर के लिए सही दिशा भी दिखाती हैं। उम्मीद की जाती है कि इस संगोष्ठी से जो ज्ञान और प्रेरणा छात्रों को मिली है, वह उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी।

इस प्रकार की गतिविधियाँ विद्यालयों में निरंतर आयोजित होती रहनी चाहिए ताकि छात्रों को निरंतर नया ज्ञान मिलता रहे और वे अपने स्वास्थ्य तथा कैरियर के प्रति सजग रहें।

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