भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान एयरबेस को निशाना बनाकर मिसाइल लॉन्च की, विशेषज्ञों ने दावों की समीक्षा की।

नजम सेठी का बयान: पाकिस्तान और भारत के बीच हालात
पाकिस्तान के जाने-माने पत्रकार नजम सेठी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण टेलीविज़न कार्यक्रम में भारत के साथ पाकिस्तान के संबंधों पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की कमजोरियों को उजागर करते हुए बताया कि कैसे पाकिस्तान की सेना भारतीय हमलों को रोकने में नाकाम रही।
ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी असफलता
सेठी ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार और सेना ने भारत के साथ सैन्य संघर्ष में अपने बलों की विजय का दावा किया है। लेकिन, इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि सच्चाई कुछ और ही है। भारतीय मिसाइलों की मारक क्षमता को रोकने में पाकिस्तान की हवाई रक्षा प्रणाली पूरी तरह विफल रही। इस संदर्भ में, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास भारत के समान कोई आधुनिक हवाई रक्षा प्रणाली नहीं है।
सेठी ने विस्तार से बताया कि भारत की दानाडन मिसाइलें हमारे हवाई अड्डों तक आसानी से पहुँच गईं, जो कि एक गंभीर चेतावनी है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पाकिस्तान में एस-400 या आयरन डोम जैसी रक्षा प्रणालियाँ मौजूद नहीं हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो जाती है।
भारत की शक्ति और पाकिस्तान की चुनौतियाँ
सेठी ने आगे कहा, “पाकिस्तान की सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि हम तकनीकी दृष्टि से भारत के मुकाबले पीछे हैं। जब तक हम अपने रक्षा ढांचे को मजबूत नहीं करते, तब तक हम किसी भी तरह के विरोध की स्थिति में नाकाम रहेंगे।”
यहाँ तक कि उनकी बातों में यह भी स्पष्ट था कि पाकिस्तान को अपनी सैन्य रणनीतियों पर पुनः विचार करने की आवश्यकता है। किसी भी प्रकार के हमले या प्रतिक्रिया के लिए सक्षम होने के लिए पाकिस्तान को नए सिरे से अपनी क्षमताओं का आकलन करना होगा।
सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल
सेठी का यह साक्षात्कार तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके माध्यम से उन्होंने पाकिस्तान की सेना और सरकार के जीत के दावों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने यह स्पष्ट रूप से कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में स्पष्ट लाभ प्राप्त किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की सैन्य कवायद में कमजोरियाँ हैं।
परमाणु हथियारों का जिक्र
एक और दिलचस्प बात यह है कि सेठी ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के महत्व पर भी चर्चा की। उनका कहना था कि यदि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर संकट आता है, तो भारत अपने परमाणु हथियारों का उपयोग करने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने यह स्वीकार किया कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार केवल दिखावे के लिए नहीं हैं और आवश्यकता पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
सेठी ने कहा कि अगर भारत की सेना लाहौर में प्रवेश करती है या कराची के बंदरगाह पर कब्जा करती है, तो ऐसे में पाकिस्तान को अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का सहारा लेना पड़ सकता है।
निष्कर्ष
नजम सेठी का यह बयान इस तथ्य को उजागर करता है कि पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा और सैन्य क्षमताओं पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। भारतीय हमलों के खिलाफ सुरक्षा में कमी और अन्य क्षेत्रों में भी पाकिस्तान को नई रणनीतियाँ अपनाने की आवश्यकता है।
इस बातचीत ने केवल एक साक्षात्कार को ही महत्वपूर्ण नहीं बनाया, बल्कि यह दर्शाया कि भारत-पाकिस्तान के संबंधों में प्रचलित तनाव और जटिलताओं को भी बयां किया है।
जीवन की वास्तविकता यही है कि सैन्य संघर्ष में राजनीतिक बलिदान और अच्छे नेतृत्व की आवश्यकता होती है। नजम सेठी की बातें हर उस व्यक्ति के लिए एक संदेश हैं, जो शांति और स्थिरता की खोज में है।