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सीपी राधाकृष्णन: एनडीए उपाध्यक्ष उम्मीदवार का परिचय और महाराष्ट्र-झारखंड संबंध।

एनडीए उपाध्यक्ष उम्मीदवार: सीपी राधाकृष्णन की चयन प्रक्रिया

एनडीए ने अपने उपाध्यक्ष उम्मीदवार के रूप में सीपी राधाकृष्णन का नाम घोषित किया है। यह सूचना भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नाड्डा ने एक संवाददाता सम्मेलन में साझा की। राधाकृष्णन, जो वर्तमान में महाराष्ट्र के गवर्नर हैं, भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य हैं और कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा, वह तमिलनाडु में भाजपा के पूर्व राज्य अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

व्यक्तिगत पृष्ठभूमि और प्रारंभिक जीवन

सीपी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तिरुपुर, तमिलनाडु में हुआ। उनका राजनीतिक करियर आरएसएस और जन संघ के साथ प्रारंभ हुआ। उन्होंने 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद, वह 2003 से 2006 तक तमिलनाडु भाजपा के राज्य अध्यक्ष रहे, जहाँ उन्होंने पार्टी की विचारधारा को मजबूती दी और कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन किया।

प्रशासनिक अनुभव

राधाकृष्णन ने झारखंड के गवर्नर के रूप में भी कार्य किया, जहां उन्होंने फरवरी 2023 से जुलाई 2024 तक अपनी सेवाएं दीं। इसके साथ ही, उन्होंने तेलंगाना और पुडुचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला। उनका प्रशासनिक अनुभव उन्हें उपाध्यक्ष के पद के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है।

राजनीतिक उपलब्धियाँ

उनकी एक उल्लेखनीय उपलब्धी 2004 से 2007 के बीच तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के रूप में 93-दिवसीय रथ यात्रा का आयोजन है। यह यात्रा नदियों के जुड़ाव, आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता और अस्पृश्यता को मिटाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। इसके अलावा, राधाकृष्णन संसद में कपड़ा उद्योग पर स्थायी समिति के अध्यक्ष रह चुके हैं और विभिन्न वित्तीय एवं सार्वजनिक उपक्रमों से संबंधित समितियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आगामी चुनाव और निर्वाचन प्रक्रिया

उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया में, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त निर्धारित की गई है। यदि विपक्ष भी अपने उम्मीदवार की घोषणा करता है, तो चुनाव 9 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। चुनावी कॉलेज में एनडीए का पूर्ण बहुमत है, जिसका मतलब है कि यदि स्थिति सामान्य रही, तो एनडीए उम्मीदवार की जीत निश्चित है।

चुनाव में कुल 781 सदस्य होंगे और एनडीए के पास कम से कम 422 सदस्यों का समर्थन है। आपको ध्यान में रखना होगा कि उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान पार्टी व्हिप लागू नहीं होती है, क्योंकि यह गुप्त मतदान पर आधारित है। यह चुनाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि जगदीप धनखर ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों से अचानक उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे यह चुनाव आवश्यक हो गया।

संभावित प्रभाव

सीपी राधाकृष्णन का चयन कई दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। पहले, उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि उन्हें सत्ताधारी पार्टी का एक मजबूत प्रतिनिधि बनाती है। उनके पास प्रशासनिक क्षमता और अनुभव है, जो उपाध्यक्ष की भूमिका में आवश्यक हैं। इसके अलावा, उनकी यात्रा के अनुभव और पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उनके समर्थकों में विश्वास जगाती है।

इसके साथ ही, इस चुनाव में एनडीए की स्थिरता और ताकत का ओबर भी देखने को मिलेगा। चुनाव प्रक्रिया में जिस तरह से विपक्ष अपने उम्मीदवारों की घोषणा करता है, उससे चुनावी परिदृश्य में बदलाव आ सकता है।

निष्कर्ष

सीपी राधाकृष्णन की राजनीतिक यात्रा और प्रशासनिक अनुभव उन्हें उपाध्यक्ष पद के लिए एक आदर्श उम्मीदवार बनाते हैं। एनडीए का समर्थन और उनका व्यक्तिगत क्षमता इसे और भी मजबूत बनाता है। चुनावी प्रक्रिया में जो भी घटित होगा, वह भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।

इस चुनाव के परिणाम और राधाकृष्णन का चयन यह तय करेगा कि भारतीय राजनीति में अगले कदम क्या होंगे और यह सत्ताधारी गठबंधन के भविष्य को कैसे प्रभावित करेगा। इस तरह, यह चुनाव केवल एक पद का चयन नहीं, बल्कि भारतीय राजनीति की एक नई दिशा को भी निर्धारित करेगा।

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