यहां होली में विदेशी टूरिस्ट के कपड़े फाड़ती हैं महिलाएं, हर साल जुटती है भीड़

जयपुर। पुष्कर में फाग महोत्सव शुरू हो गया है। कपड़ा फाड़ होली खेलने हजारों की संख्या में टूरिस्ट पहुंच चुके हैं। यहां के वराह घाट चौक पर होने वाले इस आयोजन में रंग और उमंग से सराबोर टूरिस्ट के कपड़े महिलाएं फाड़ देती हैं। फटे कपड़े ऊंचाई पर बंधी रस्सी पर फेंके जाते हैं। इसलिए होती है हाय-हाय…
– यदि कपड़ा रस्सी पर लटक गया तो सभी ताली बजाते हैं। यदि कपड़ा लटकने के बजाय नीचे गिरा तो सभी हाय-हाय करते हैं।
– इस फाग उत्सव में भाग लेने कई सैलानी करीब 7 से 15 दिन पहले ही पुष्कर पहुंच जाते हैं।
– कई सैलानी तो ऐसे हैं जो सालों से होली का त्योहार मनाने पुष्कर आ रहे हैं।
– इस हुड़दंग में महिलाओं का खास ध्यान रखा जाता है। उनके साथ कोई अभद्रता न हो जाए इसके लिए वहां पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी होती है।
– महिलाओं के कपड़ों को कोई नहीं छूता है। कपड़ा फाड़ केवल पुरूषों के बीच होता है।
– बॉलीवुड के होली गीत सॉन्ग और राजस्थानी गीतों पर पर्यटक खूब धूम मचाते हैं। ये सारा आयोजन होली के दिन सुबह 9 बजे से शुरू हो जाता है।
– इस दौरान शिवजी की बारात निकाली जाती है जहां हजारों लोग झूमते हुए शिवजी की बारात में शामिल होते हैं।
– होली के एक दिन पहले रात से ही लोग पूरी तरह से होली की मस्ती व उमंग में डूब जाते हैं।
– लोग फाग, रासलीला, डांस, हंसी-ठिठोली, विदेशी युवतियों के नृत्य सहित अनेक रंगारंग कार्यक्रमों का जमकर लुत्फ उठाते हैं।
पहले केवल रंग और गुलाल की होती थी होली
होली के लिए राजस्थान में जयपुर और पुष्कर विदेशी सैलानियों के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन हैं। पहले होली के मौके पर पुष्कर आने वाले सैलानी केवल रंग-गुलाल की होली खेलते थे। बाद में स्थानीय होली हुड़दंग उनका इतना भाया कि हर होली में कपड़ा फाड़ने का रिवाज प्रचलन में आ गया। बाद में होली के आयोजनकर्ता यहां बाकायदा कपड़ा फाड़कर रस्सी पर लटकाने का इंतजाम करने लगे। ऐसे में इस होली हुड़दंग ने परंपरा का रूप ले लिया और पुष्कर की कपड़ा फाड़ होली के नाम से मशहूर हो गया।